कोविड टीकाकरण और परीक्षण को लेकर मोदी सरकार उदासीन, महामारी से लाखों लोगों की मौत फिर भी कोई सबक नहीं - कांग्रेस
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने केंद्र सरकार से सवाल पूछा है कि 100 करोड़ के टीकाकरण के बाद तो देश में खूब खुशियां मनाई गई, ढोल बजाए गए, आतिशबाजी हुई, तालियां बटोरी गई थी। लेकिन आज भी देश में सैकड़ों लोगों की मौत कोरोनावायरस से हो रही है, र संक्रमित लोगों की संख्या भी हजारों में है। लगता है देश को कोरोना से हुई इन मौतों से कोई अफसोस नहीं है। टीकाकरण धीमा पड़ गया है तथा कोरोना संक्रमण की जांच भी प्रभावी तरीके से नहीं की जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने यह भी सवाल खड़ा किया है कि जांच में शिथिलता और लापरवाही क्यों बरती जा रही है? मानो देश से पूरी तरह कोरोना का संक्रमण खत्म हो गया हो। पूरा यूरोप, रूस, चीन, फ्रांस सिंगापुर, मलेशिया सहित बहुत सारे देश कोरोना की तीसरी और चौथी लहर से बेहाल हैं। लेकिन भारत में सब कुछ सामान्य है।
अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए इस तरह की लापरवाही उचित है? कड़ाई क्यों नहीं की जा रही है जांच क्यों नहीं हो रही है। क्या हमें सेकंड वेब से कोई सीख नहीं मिली? केंद्र सरकार की उदासीनता से अब तो ऐसा लग रहा है जैसे कि महामारी को हम लोग भूल चुके हैं लाखों लोगों की मौत को नजरअंदाज किया जा चुका है। यह सब कुछ समझने का विषय है। देश में अभी तक 30% लोगों को ही कोरोना का डबल डोज लगा है जबकि 70% अभी भी टीकाकरण की बाट जोह रहे हैं इसे प्रभावी बनाने की जरूरत है। बच्चों से लेकर नौजवानों तक टीकाकरण से वंचित है जो हमारी भावी पीढ़ी है।