रायपुर। जगदलपुर विधानसभा से विधायक और संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने अनाथ बच्चों के साथ दिवाली की खुशियां बांटी है। उन्होंने बच्चों को मिठाई, पटाखे और कपड़े दिए हैं। साथ ही इन बच्चों की पढ़ाई का भी जिम्मा उठाया है। दरसअल, ये वे बच्चे हैं जिनसे कोरोना ने उनके माता-पिता छीन लिए। इनमें से कुछ बच्चे ऐसे हैं जिनका भरण-पोषण करने वाला कोई नहीं है। अब क्षेत्र के विधायक ने इनका जिम्मा उठाया है।
छत्तीसगढ़ के बस्तर में भी कोविड ने न कई मासूमों के सिर से माता-पिता का साया छीन लिया। सिर्फ जगदलपुर विधानसभा में ही कोरोना काल के दौरान 49 ऐसे लोगों की मौत हुई जो अपने परिवार के मुखिया थे और उनकी मौत होने से घर की हालत बिगड़ गई। कई मासूम बच्चों का भी सब कुछ छीन गया। इस दिवाली जगदलपुर के विधायक और संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने ऐसे बच्चों के साथ दिवाली का पर्व मनाया।
रेखचंद जैन ने कहा कि, उनके जगदलपुर विधानसभा में कोरोना महामारी के दौरान 49 से ज्यादा ऐसे लोगों की मौत हुई, जिनके घर में मासूम बच्चे हैं और वही उनके परिवार के सहारा थे। उनके मौत से मासूम बच्चे और उनके परिजनों को काफी आघात पहुंचा है। ऐसे में इन बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए उनके साथ दिवाली का पर्व मनाया गया। कुछ बच्चे जो काफी निर्धन परिवार से थे ऐसे में उनकी शिक्षा की जिम्मेदारी भी ली है।