रायपुर। मंत्री टीएस सिंहदेव को लेकर हंगामा मचने के बाद आखिरकार रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह ने मंत्री टीएस सिंहदेव पर लगाए बयान पर खेद व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि मैंने भावावेश में मीडिया में कथन जारी किया था. उन्होंने कहा कि मेरे कथन से किसी को बुरा लगा हो तो मैं खेद व्यक्त करता हूँ. गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि मंत्री टीएस सिंहदेव पर लगाये गये आरोप सही नहीं है. उन पर लगाये गये आरोप पूरी तरह असत्य है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बृहस्पत सिंह को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने भावावेश में कहे गये कथन को वापस लिया है. गृहमंत्री ने भी स्थिति स्पष्ट कर दी है. मैं टीएस सिंहदेव से भी बात करूँगा, वो सदन में आएंगे.
उन्होंने कहा कि ये सदन राज्य की साढ़े तीन करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करता है. सदन में बाक़ी मुद्दों पर भी चर्चा ज़रूरी है. आसंदी ने इस समस्या को सुलझाने में बड़ी भूमिका निभाई उसकी मैं प्रशंसा करता हूँ. वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जिन कारणों से जैसी भी परिस्थिति बनी उन कारणों पर अब मैं नहीं जाना चाहता. सदन की उच्च परम्परा बनी रहे.
क्या है पूरा विवाद : दरअसल रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह के काफिले की एक गाड़ी पर शनिवार रात को सरगुजा में पत्थर फेंके गए थे। गाड़ी के ड्राइवर और गार्ड से बदसलूकी हुई। आरोप है कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के एक रिश्तेदार ने उनकी गाड़ी ओवरटेक करने के विवाद में ऐसा किया। घटना की जानकारी मिलते ही विधायक थाने पहुंच गए। ड्राइवर की तहरीर पर एफआईआर लिख ली गई। पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। शाम को रायपुर पहुंचे विधायक ने प्रेस कॉफ्रेंस कर टीएस सिंहदेव पर हमले का आरोप लगा दिया। इसके बाद से प्रदेश की राजनीति गरमा गई।