बीजापुर। छत्तीसगढ़ के पहली तिहार हरेली के उपलक्ष्य में बीजापुर स्थित मिनी स्टेडियम में छत्तीसगढ़िया ओलपिंक का शुभारंभ किया गया। जिसमें क्षेत्रीय विधायक एवं बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री विक्रम शाह मंडावी, कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा सहित जनप्रतिनिधियों गिल्ली डंडा खेलकर छत्तीसगढ़िया ओलपिंक का शुभारंभ किया। वहीं हरेली तिहार के परंपरा के अनुसार गेडी चढ़कर हरेली तिहार की शुभकामनाएं जिलेवासियों को दिए। वहीं छत्तीसगढ़ शासन के मंशानुसार हरियर छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने आज के दिन पूरे प्रदेश में 1 लाख पौधे वितरण के वितरण कार्यक्रम के तहत् जिले के वनमंडल द्वारा चार हजार पौधे वितरण किया जा रहा है। जिसे प्रतीकात्मक रुप से मंच के माध्यम से विधायक श्री विक्रम मंडावी ने 5 लोगों को पौधे वितरण कर शुभारंभ किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा कि प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल के मंशानुसार छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल को पुर्नजीवित करने छत्तीसगढ़िया ओलपिंक का आयोजन किया जा रहा है। जिसका सकारात्मक परिणाम मिल रहा है विगत वर्ष भी हजारों लोगों ने जोश और उमंग के साथ विभिन्न स्तरों पर खेल में भाग लिए गिल्ली-डंडा, पिट्टूल, फुगड़ी, गेड़ी, रिलेरेस, संखली, बांटी, भौरा जैसे 16 प्रकार के खेल को सम्मिलित किया गया जो हमारी प्राचीन और पारंपरिक खेल है, जो अभी युवा मितान क्लब स्तर से शुरु होकर पंचायत, जोन, ब्लाक जिला एवं राज्य स्तर पर खेला जाएगा।
विधायक ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के पहल पर स्थानीय बोली-भाषा परंपरा त्यौहार को पुर्नजीवित कर सहेजने का कार्य किया जा रहा। शासन के इस मुहिम में हम सबकी भागीदारी जरुरी है ताकि हम अपने आने वाली पीढ़ी को हमारे परंपरा से परिचित करा सके। वहीं निःशुल्क पौधा वितरण कर विधायक ने हरियर छत्तीसगढ़ के परिकल्पना को साकार करने हर घर-घर में पौधा रोपण करने, उनका उचित देखभाल करने और फोटो विडियों के माध्यम से सोसल मीडिया में प्रचार-प्रसार करने की बात कही, ताकि जनमानस में प्रकृति प्रेम की भावना को बढ़ा सके और पर्यावरण को सुरक्षित रख सके। इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री कमलेश कारम ने खेल भावना से खेलने एवं बिना पक्षपात निर्णय लेने हेतु खिलाड़ियों एवं कोच को शपथ ग्रहण कराया। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री शंकर कुडियम ने जिल वासियों को हरेली पर्व की शुभकामनाएं दी।
कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने छत्तीसगढ़ प्रथम तिहार हरेली के शुभकामनाएं देते हुए छत्तीसगढ़िया ओलपिंक के शुभारंभ के अवसर पर खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा है। पारंपरिक खेलों को आज विकसित देशो में पुर्नजीवित कर आज के टेक्नोलॉजी के दौर में भी पर्याप्त समय निकालकर बडे ही उत्साह और उमंग के साथ खेलते है, जिसे हम अकसर सोशल मीडिया के माध्यम से देख रहे है। छत्तीसगढ़िया ओलपिंक के माध्यम से नए-नए खिलाड़ी उभर कर सामने आ रहे। लोगों के अंदर छुपी हुई प्रतिभा और उनका खेल के प्रति रुचि सामने दिख रही है। पिछले वर्ष राज्य स्तर पर जिले के खिलाड़ियों ने अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इस बार फिर नए जोश और उमंग के साथ और भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।