छत्तीसगढ़

स्टेशन में पार्किंग शुल्क को लेकर यात्रियों से बदसलूकी, ठेकेदारों की मनमानी

Shantanu Roy
27 March 2022 2:58 PM GMT
स्टेशन में पार्किंग शुल्क को लेकर यात्रियों से बदसलूकी, ठेकेदारों की मनमानी
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रेलवे और जीआरपी का ठेकेदारों पर नियंत्रण नहीं

रायपुर। रायपुर रेलवे स्टेशन के पार्किंग व्यवस्था की बदहाली, यात्रियो से अवैध रूप से अधिक शुल्क वसूली, यात्रियों के साथ बदतमीजी के मामले समय-समय पर सामने आती रही है। स्टेशन के वाहन पार्किंग में अतिरिक्त शुल्क लेने की शिकायत यात्रियों द्वारा लगातार की जाती रही है । छुट्टे ना होने, नई पर्ची छापने दी है इन सब बातो का हवाला देकर पार्किंग कर्मी यात्रियों से तय शुल्क से अतिरिक्त वसूल लिया करते हैं। तय समय सीमा से 2-4 मिनट देर होने पर भी पूरे दिन का किराया वसूला जाता है।

प्रतिदिन वाहन पार्किंग में गाड़ी रखने वाले एक यात्री ने जनता से रिश्ता को बातचीत में बताया कि अभी 2-3 दिन से ही नई पर्चियो पर तय शुल्क के अनुसार किराया वसूला जाता है और नया रेट लिस्ट पार्किंग के दरवाजे पर टांगा गया है । इससे पहले पुरानी पर्चियो पर ही पेन से रेट लिखकर दे दिया जाता था। इस पर जब वाहन मालिक विरोध करते थे तो पार्किंग कर्मियों द्वारा उनसे बदतमीजी की जाती थी और कई बार हाथापाई भी हुई है।

रेलवे प्रशासन की अनदेखी -
रेलवे प्रबंधन इस मामले में अपनी जिम्मेदारियों के प्रति लचर रवैया अपनाए हुए हैं। रेलवे प्रबंधन पार्किंग का ठेका बाटकर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो चुका है । रेलवे द्वारा कभी इस विषय पर संज्ञान नही लिया जाता की पार्किंग ठेका लेने वाले तय रेट ही वसूल रहे हैं या नहीं ,वाहन पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त है या नहीं ठेकेदारों द्वारा नियमों का पालन किया जा रहा है या नहीं। रेलवे द्वारा कभी भी नियमों का उल्लंघन करने पर ठेकेदारों के खिलाफ कोई सख्त कार्यवाही नहीं की जाती है
जीआरपीएफ की भूमिका संदिग्ध-
जीआरपीएफ की भूमिका भी इसमें कुछ स्पष्ट नहीं है और समय-समय पर इन ठेकेदारों के साथ इनके साठगांठ की अफवाहें भी आती रहती हैं। यात्रियों से बद्तमीजी कर के ये ठेकेदार और पार्किंग कर्मचारी खुलेआम जीआरपीएफ और आरपीएफ को अपनी जेब में रखने की धमकी देते हैं और कार्यवाही ना होने का हवाला भी देते हैं। वहीं दूसरी तरफ यात्रियों द्वारा बदतमीजी की घटनाएं कभी थमने का नाम नहीं लेती और ना ही कभी इन ठेकेदारों पर जहर पी एफ के द्वारा कोई कार्यवाही की जाती है।जीआरपीएफ और आरपीएफ से इस विषय पर चर्चा करने की कोशिश करने पर अधिकारियों द्वारा गोलमोल जवाब ही दिया जाता है।
रेलवे स्टेशन में भारी अव्यवस्था-
रायपुर रेलवे स्टेशन में कोरोना काल के बाद से भारी अव्यवस्था देखने को मिलती है। यह अव्यवस्था ना सिर्फ अंदर बल्कि रेलवे स्टेशन के बाहर भी देखी जा सकती है। रेलवे स्टेशन के अंदर अनावश्यक भीड़ तो होती ही है लेकिन सुरक्षा के कोई ठोस इंतजाम भी नही है। संदिग्ध और असामाजिक तत्व द्वारा रेलवे स्टेशन के अंदर और बाहर चोरी और उठाईगिरी की वारदात को अंजाम दिया जाता है।
तस्करी को रोकने कोई खास इंतजाम भी नही है जिसके कारण ज्यादातर तस्कर पकड़ में भी नही आ पाते। आरक्षन टिकट कार्यालय के बाहर भी बड़ी संख्या में खड़ी रहती है जिसपर ट्रैफिक द्वारा मनमर्जी से करवाही होती है।कभी सारी गाड़ीयो को उठा कर ले जा के कार्यवाही की जाती है तो कभी महीनों महीनों इनपर कोई कार्यवाही नहीं होती है।
Shantanu Roy

Shantanu Roy

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