रायगढ़। नाबालिग से दुष्कर्म मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. जानकारी के मुताबिक पीड़िता की मां में रिपोर्ट दर्ज कर बताई कि वो रोजी मजदूरी का काम करती है । प्रतिदिन की तरह अपने पति के साथ खेत काम करने गई थी , घर में बच्चे थे। दोपहर लगभग 12 बजे काम कर के वापस घर आये तो घर के बाहर बेटा, पडोसी लड़के के साथ खड़ा था । इसका बेटा बताया कि बहन दरवाजा नहीं खोल रही है इसलिये पडोसी लड़के को बुलाकर लाया। तब सभी चिल्लाकर दरवाजा ठोकने लगे , तो लड़की दरवाजा खोली जो बुरी तरह रो रही थी और मां को देखते ही चिपक कर और रोने लगी। पूछे जाने पर बताई कि सुबह आंगन में खेल रहे थे । तब अरुण कोरवा आया और भाई को कुछ पैसा देकर सामान लाने भेज दिया और जबरजस्ती उठाकर आँगन से कमरे के अंदर ले गया और गलत काम किया। घर के लोग कमरा अंदर जाकर देखे तो अरुण कोरवा बैठा हुआ था। अरुण कोरवा लड़की और उसके घरवालों को घटना की बात किसी को बताने पर मारने-पीटने की धमकी देकर वहां से भाग गया। पीड़ित बालिका के महिला के रिपोर्ट पर आरोपी अरुण कोरवा के विरूद्ध अप.क्र. 497/2022 धारा 376,506 IPC 4 Pocso Act का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
शिकायत पर पुलिस ने तत्काल घेराबंदी कर आरोपी अरुण कोरवा उम्र 22 साल को हिरासत में लिया। जिसका मेडिकल, गिरफ्तारी आदि की कार्रवाई पूर्ण कर ज्युडिसियल रिमांड पर भेजा गया है। आरोपी पतासाजी गिरफ्तारी एवं सम्पूर्ण कार्रवाई में थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक शनिप रात्रे, उपनिरीक्षक संतरा चौहान, हेड कांस्टेबल सतीश पाठक, कांस्टेबल श्यामसुंदर साहू, संजय चौहान और डहरू उरांव की अहम भूमिका रही है।