रायपुर। केदार कश्यप के इस बयान पर मंत्री कवासी लखमा ने पलटवार किया है। मंत्री लखमा ने कहा कि, केदार कश्यप जैसा फर्जी आदिवासी नेता दुनिया में कहीं नहीं देखा। उनको बस्तर के लोग पहले ही छोड़ चुके। बीजेपी के लोग जनपद चुनाव के लिए फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं। उनके कार्यकाल में 7 सौ गांव खाली हुए, ये चुप बैठे थे। वे सुकमा के प्रभारी मंत्री रहे, कभी बाय कार नहीं गए। अजय जामवाल आजकल कार में घूम रहे, ये बताता है कि भूपेश सरकार के राज में बदलाव हुआ। उनको थोड़ी भी शर्म है तो वे राजनीति छोड़ दे।
सर्व आदिवासी समाज के नेताओं से नहीं मिली राज्यपाल के मामले में मंत्री लखमा ने कहा कि बहुत दुखद है कि राज्यपाल आदिवासियों से नहीं मिली। राज्यपाल का पद संवैधानिक है। बीजेपी ने इसका कितना दुरुपयोग किया ये कल देखने को मिला। राज्यपाल सुप्रीम कोर्ट का रोल कर रही, नेतागिरी का रोल भी निभा रही।