छत्तीसगढ़। आबकारी मंत्री कवासी लखमा अपने तीन दिवसीय जगदलपुर प्रवास के आखिरी दिन एम्स मेडिकल द्वारा आयोजित नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर के लोगों द्वारा चापड़ा चटनी का सेवन करने से कोरोना महामारी से बस्तर के ग्रामीण बच पाए। उन्होंने कहा कि एक अखबार में उन्होंने पढ़ा था कि उड़ीसा हाईकोर्ट ने कोरोना के महामारी से बचने के लिए चापड़ा चटनी को रामबाण बताया और इसको लेकर शोध करने को भी कहा है। लखमा ने कहा कि यह किसी जनप्रतिनिधी या नेता का कहना नहीं है । बल्कि ओडिसा हाईकोर्ट ने ऐसा कहा है, मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर के ग्रामीण चापड़ा चटनी बड़े चाव से खाते हैं, यही वजह है कि वे कोरोना महामारी से बच गए और नारायणपुर, सुकमा में एक भी कोरोना से मृत्यु के मामले सामने नहीं आए हैं। मंत्री कवासी लखमा ने आयोजित नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर को बस्तर की जनता के लिए लाभकारी बताते हुए कोरोना महामारी से बचाव के लिए राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाई। इस दौरान कवासी लखमा ने कहा कि कोरोना महामारी में बस्तर संभाग सुरक्षित जोन रहा और यहां ग्रामीण अंचलों में रहने वाले बेहद ही कम ग्रामीण इस महामारी के चपेट में आए, उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां इस महामारी की चपेट में आने से अमेरिका और अन्य देश विदेश रायपुर और दिल्ली के लोग बड़ी संख्या में इसकी चपेट में आए, लेकिन वहीं दूसरी ओर बस्तर के ग्रामीणों के चापड़ा चटनी खाने से कोरोना महामारी भी कुछ नहीं बिगाड़ पाया।