छत्तीसगढ़। तखतपुर स्टेट बैंक में अव्यवस्था को लेकर आज भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेतृत्व में एसबीआई शाखा प्रबंधक महोदय को ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर तिलक देवांगन भाजयुमो जिला महामंत्री ने कहा कि लोग अधिक संख्या में ग्रामीण इलाकों से महिलाएं पुरुष युवा वरिष्ठ एसबीआई बैंक में अपने लेनदेन के लिए आते हैं लेकिन एसबीआई बैंक के स्टाफ के द्वारा उनसे अभद्रता का व्यवहार करता है कोई भी बैंक ग्राहक का कार्य एक बार में नहीं हो पाता है उन्हें यह बोलकर वापस कर दिया जाता है आपका फिंगरप्रिंट नहीं आ रहा है या आधार कार्ड केवाईसी नहीं हुआ है या मोबाइल नंबर नहीं है पैन कार्ड जमा नहीं है आप ग्राहक सेवा केंद्र में जाकर निकलवा लो ऐसा बोलकर बैंक ग्राहक को वापस कर दिया जाता है लगातार बैंड मैनेजर या उनके स्टाफ के द्वारा बैंकों में भर्रा शाही मनमानी तानाशाही रवैया से लोग बहुत ही ज्यादा परेशान है अजय यादव अध्यक्ष भाजयुमो ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के खाते से पैसा कट जाता है तो वह व्यक्ति अपने पैसे कटने का शिकायत लेकर बैंक जाते हैं और बैंक जाकर अधिकारी कर्मचारियों से पूछते हैं तो वह यह बोलते हैं कि मुझे नहीं मालूम नही है आपका पैसा कैसे कटा आप निकाले होंगे इस नाम से कटा होगा वह उसका चेक करने के बजाय उनको गोल गोल घुमा कर गुमराह करते हैं वही आधार कार्ड केवाईसी करने के लिए अगर कोई ग्राहक अपना आवेदन एसबीआई में जमा करता है तो वह कई दिनों तक बैंक का चक्कर लगाना पड़ता है जिसे लोग बहुत ही ज्यादा परेशान और पीड़ित है वहीं कोमल सिंह ठाकुर पार्षद ने कहा कि एसबीआई बैंक में लोगों को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है किसी भी कार्य को लेकर लोगों को 10 बार बैंक की चक्कर काटना पड़ता है व आज कल बुजुर्गों को पेंशन के लिए इधर से उधर भटकाया जा रहा है.. अगर कोई बुजुर्ग महिला या पुरुष अपने पेंशन को निकलवाने कीओस्क शाखा जाता है और कीओस्क में अंगूठा नही आने की स्थिति में कीओस्क वाला बैंक जाने बोलता है और बैंक वाला बिना कुछ चेक करे उस बुजुर्ग को वापिस कीओस्क जाने बोल देता है, जबकि बैंक को यह अधिकार है की उस बुजुर्ग को तत्काल पैसा निकाल कर दे सकता है.. ये स्थिति आज आम हो गया है हर बुजुर्ग आज इस स्थिति से परेशान है..लोगो और भी कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है... जोकि बैंक की ग्राहक के प्रति सेवा की कमी को दर्शाती है एसबीआई शाखा प्रबंधक इस स्थिति को गंभीरता से विचार करते हुए उक्त स्थिति को सुधार करने के लिए भर्सक प्रयास करेंगे खासकर बुजुर्गों के पेंशन के विषय को गंभीरता से लेंगे.. अगर बुजुर्गो की यह स्थिति नही सुधरती है तो युवा मोर्चा चरणबद्ध तरीके से आन्दोलन के लिए बाध्य होगी।