छत्तीसगढ़

दिव्यांगजनों की सामाजिक सुरक्षा और समावेशी वातावरण निर्माण की दिशा में बैठक आयोजित

Nilmani Pal
24 Oct 2024 12:30 PM GMT
दिव्यांगजनों की सामाजिक सुरक्षा और समावेशी वातावरण निर्माण की दिशा में बैठक आयोजित
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महासमुंद mahasamund news। समाज कल्याण विभाग के मार्गदर्शन में दिव्यांगों की सामाजिक सुरक्षा और समावेशी वातावरण निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई। साइटसेवर्स इंडिया और स्थानीय संस्थाओं के सहयोग से एक बैठक सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य दिव्यांग व्यक्तियों को सशक्त बनाना और उनके लिए एक सुविधाजनक एवं समावेशी वातावरण तैयार करना था। इस कार्यक्रम में विभागीय अधिकारी, समाजसेवी, और विभिन्न सरकारी प्रतिनिधियों ने भाग लिया और दिव्यांगों की सुरक्षा, उनके अधिकारों, और उपलब्ध सेवाओं पर गहन चर्चा की। mahasamund

बैठक का उद्देश्य दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारों और अवसरों को बढ़ावा देने और उनकी सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना था। समाज कल्याण विभाग ने इस अवसर पर दिव्यांग-अनुकूल नीतियों के क्रियान्वयन पर जोर दिया और इस बात पर ध्यान केंद्रित किया कि उन्हें समाज में सम्मान और अवसर मिले। सरकारी योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर तक पहुंचाने और दिव्यांगों के सशक्तिकरण हेतु समग्र दृष्टिकोण अपनाने पर भी चर्चा हुई। बैठक में उपस्थित अधिकारियों और समाजसेवियों ने दिव्यांग जनों की आवश्यकताओं और चुनौतियों को समझने पर जोर दिया। कार्यक्रम के दौरान सहायक संचालक समाज कल्याण श्रीमती संगीता सिंह ने नशा मुक्त भारत अभियान का उल्लेख करते हुए सभी अधिकारियों और स्वयंसेवी संस्थाओं से अपने क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने का आह्वान किया। उन्होंने नशा मुक्ति अभियान को दिव्यांग जनों की सुरक्षा और कल्याण से जोड़ते हुए इसे एकीकृत दृष्टिकोण से आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। chhattisgarh news

बैठक में सहायक संचालक समाज कल्याण संगीता सिंह, जिला परियोजना अधिकारी रेखराज शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश शुक्ला और एसडीओपी बाज की सक्रिय भागीदारी रही। इन अधिकारियों ने दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारों को सुनिश्चित करने और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। सामाजिक कार्यकर्ता श्री सुरेश शुक्ला ने दिव्यांगों के लिए अनुकूल परिवहन व्यवस्था और सार्वजनिक स्थानों पर सुविधाओं की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रावधान न केवल दिव्यांग जनों की स्वतंत्रता को बढ़ावा देंगे, बल्कि उनके आत्मसम्मान को भी मजबूत करेंगे। बैठक में यह सहमति बनी कि दिव्यांग-अनुकूल नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन में समाज की भागीदारी जरूरी है। सरकारी विभागों और स्वयंसेवी संस्थाओं के समन्वय से नीतियों का लाभ जमीनी स्तर तक पहुंचाने की रणनीति तैयार की जाएगी। श्री रेखराज शर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों और संस्थाओं के बीच समन्वय को मजबूत बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि नीतियों का प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सके। कार्यक्रम के अंतर्गत नशा मुक्त भारत अभियान को भी प्रमुखता से शामिल किया गया। श्रीमती संगीता सिंह ने सभी सहभागियों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने और नशा मुक्ति के साथ दिव्यांगजनों के कल्याण को भी प्राथमिकता दें।

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि दिव्यांग-अनुकूल नीतियों के क्रियान्वयन के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इसमें सभी संबंधित विभाग और संस्थाएं मिलकर काम करेंगी। साइटसेवर्स इंडिया और अन्य स्थानीय संस्थाओं ने भी इस दिशा में सरकार के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। सभी सहभागियों ने इस बात पर सहमति जताई कि दिव्यांगों के लिए अनुकूल वातावरण का निर्माण एक सामूहिक जिम्मेदारी है, जिसमें सरकारी विभागों, समाजसेवियों, और समाज के सभी वर्गों की भागीदारी आवश्यक है।

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