छत्तीसगढ़

देर ना हो जाये कहीं देर ना हो जाये...

Nilmani Pal
28 July 2023 5:59 AM GMT
देर ना हो जाये कहीं देर ना हो जाये...
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ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव

अप्रैल 2024 में लोकसभा का चुनाव है, मात्र 9 महीने बचे है । छत्तीसगढ़ भाजपा के निर्वाचित 9 सांसद किसी ने रेल मंत्री से ट्रेन की लेटलतीफी के बारे चर्चा करने की जहमत नहीं उठाई या उठाई भी होगी तो इनकी नहीं सुनी गई। कोरोना काल से यात्री ट्रेनें बंद है और जो चल रही है, वह घंटों लेट है । छत्तीसगढ़ की आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एयरलाइंस छत्तीसगढ़ में सिर्फ एक ही रह गई है वह भी मनमाने किराया वसूल रहा है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और अन्य केंद्रीय मंत्री छत्तीसगढ़ में धुआंधार चुनाव प्रचार कर रहे हैं । मीडिया सिर्फ अंजू और मंजू में उलझी हुई है। जनता में खुसुर फुसुर है कि लोग अब ट्रेन में बैठने में डरने भी लगे है, और जो बैठ जाते वो फिल्म हिना का गाना-देर ना हो जाए कहीं देर ना हो जाए गुनगुनाते रहते हैं।

डबल इंजन के चक्कर में ...

छत्तीसगढ़ में ट्रेनों लेटलतीफी अब रेल मंडल की आदत में शुमार हो गया है। प्रदेश के कई नेता पीएम से लेकर रेल मंत्री से इस बात से अवगत भी करा चुके हैं, लेकिन अभी तक इस मामले संज्ञान नहीं लिया गया। केंद्र सरकार नहीं चाहती कि छत्तीसगढिय़ों को भरपूर रेल सुविधा मिले। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने केंद्र सरकार पर छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप जड़ दिया है। डबल के चक्कर में सिंगल इंजन सरकार को प्रताडि़त कर रही है। राजीव भवन के खुसुर-फुसुर है कि डबल इंजन चलाने के चक्कर में केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ को जानबूझ कर सिंगल इंजन के डबल इंजन बनाने टोरगेट कर रही है।

छत्तीसगढ़ को छत्तीसगढ़ ही रहने दो

पिछले दिनों भाजपा नेता विमल चोपड़ा ने फेसबुक में पोस्ट किया कि था कि मणिपुर के बाद अगला नंबर छत्तीसगढ़ का। धर्मान्तरण। आने वाले कुछ महीनों में छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होना है। भाजपा नेता विमल चोपड़ा क्या इसे मणिपुर विकास मॉडल बता रहे हैं या छत्तीसगढ़ की भोली भाली जनता, आदिवासी वर्ग या कम जनसंख्या वाले को डराना चाहते हैं। जनता में खुसुर-फुसुर है कि छत्तीसगढ़ को मणिपुर नहीं छत्तीसगढ़ ही रहने दे चोपड़ा जी यहां न कुकी है न मैतेई है। यहां सब भाई-भाई हैं।

दोनों पार्टी ने नेताओं में श्रेय लेने की होड़: पिछले दिनों राज्यसभा में छत्तीसगढ़ के कुछ समुदायों को शेड्यूल ट्राइब की सूची में शामिल करने विधेयक पास हो गया। अब दोनों पार्टी ने नेताओं में श्रेय लेने की होड़ मची हुई है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि राजनीति में रंग बदलने की परंपरा पुरानी है। ये तो गिरगिट को भी पछाड़ सकते है।

मास्टर प्लान पर राजनीति

रायपुर के मास्टर प्लान को राज्य शासन की मंजूरी मिल गई है। नगर तथा निवेश विभाग ने राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशन के साथ ही मास्टर प्लान लागू हो जाएगा। आवास एवं पर्यावरण विभाग ने रायपुर के मास्टर प्लान में आई करीब 1450 दावा आपत्तियों के निराकरण के बाद मास्टर प्लान को स्वीकृत कर लिया है। कई लोगों ने मास्टर प्लान में गड़बड़ी की बातें भी अलग-अलग अवसरों पर उठाई थी। जनता में खुसुर-फुसुर है कि ये चुनावी मास्टर प्लान है या सरकारी जमीन पर कब्जे को लाइसेंस देने का प्लान है। लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि मास्टर प्लान में गड़बडिय़ों के बाद भी मंजूरी देने की क्या मजबूरी थी।

मणिपुर के लिए जवाबदेह कौन है?

डिप्टी सीएम टीएस सिहदेव ने मणिपुर में महिलाओं के साथ हुए अमानवीय व्यवहार को लेकर केंद्र सरकार और पीएम को घेरा है, मणिपुर में निर्दोषों की लोगों की जान जा रही है। जवाबदेह कौन है? ... विपक्ष चाहता है कि प्रधानमंत्री जवाब दें, अगर वे जवाब नहीं देना चाहते हैं तो अमित शाह को प्रधानमंत्री बना दें फिर वे जवाब दे सकते हैं। जनता में खुसुर-फुसुर है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बार-बार छत्तीसगढ़ आने के बजाय मणिपुर जाते तो सौ-दौ सौ लोगों की जन बच सकती है। अमित शाह कुकी और मैतेई मामले में जानबूझ कर लेटलतीफी कर रहे ताकि केंद्र सरकार पर कोई आरोप नहीं लगा सके।

166 साल पुराने नल की चोरी

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के कोतवाली थाना में एक रोचक मामला सामने आया है । बैरनबाजार स्थित फौवारा चौक से चोरों ने ब्रिटिश कालीन 166 साल पुराने नल को चुरा कर ले गए। यह नल 1857 में लगाया गया था। चोरी के वारदात का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। जिसमें बाइक में सवार हो कर कुछ लोग आए और नल को चोरी करके ले गए। चार लोग मिलकर नल को निकालते हुए नजर आ रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज में सभी आरोपियों के चेहरे नजर आ रहे हैं। पुलिस आरोपियों की तलाश करने में जुट गई है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि पुलिस यदि आरोपियों को ढूंढने निकल गई है तो समझो कि 166 साल पुराने नल को ढूंढने में 166 दिन तो लग जाएंगे।

डाक्टर की डिग्री भी फर्जी

मंत्रालय सहित पूरे प्रदेश में विभिन्न विभागों में फर्जी प्रमाण पत्र वाले कर्मचारी-अधिकारी सरकारी धन का दोहन कर रहे है। जिसके लिए विगत दिनों जो आंदोलन हुआ जिससे सरकार की किरकिरी हुई। अब मनेंद्रगढ़ सीट से कांग्रेस विधायक डॉ. विनय जायसवाल की डॉक्टर की डिग्री खतरे में पड़ती नजर आ रही है। ग्राम पंचायत जिल्दा के समाजसेवी विजेंद्र कुमार ने डॉक्टर विनय जायसवाल पर यह आरोप लगाया है। वहीं, डॉक्टर विनय जायसवाल ने इस आरोप को गलत बताया है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि चुनावी साल है भैया ऐसे आरोप तो अब लगते रहेंगे। इसलिए जनप्रतिनिधियों को अपनी सच्चाई साबित करने के लिए सफाई वाला डिटर्जेंट बनाने की तैयारी कर लेनी चाहिए ।

हैलो जिंदगी ने तो हिला दी जिंदगी

रायपुर पुलिस रायपुर को नशा मुक्त बनाने नशे के विरूद्ध व्यापक जन-जागरूकता मुहिम ‘‘हैलो जिंदगी’’ का शुभारंभ करते हुए काला कारोबार करने वाले कारोबारियों के विरूद्ध कार्यवाही कर इसे जड़ से समाप्त करने जुट गई है। जनता में खुसुर-फुसर है कि पुलिस की कोशिश तो सौ फीसद कारगर साबित हो रही है। लेकिन उन छुटभैया नेताओं का क्या होगा जिसके भरोसे उनकी दाल-रोटी चलती है। हैलो जिंदी ने तो उनकी जिंदगी हिला दी है।

अब तो सुन लो सरकार

प्रदेश के संविदा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। संविदा कर्मचारियों ने घुटनों का बल चलकर और दंडवत होकर संवाद रैली निकाली और गुहार लगाई कि अब तो सुन लो सरकार । राज्य सरकार ने संविदा कर्मचारियों को बड़ी सौगात देकर उनके वेतनमान में 27 फीसदी की बढ़ोत्तरी की है। इसके बावजूद संविदा कर्मचारी नियमितीकरण की मांग पर अड़े हुए हैं और उनकी हड़ताल जारी है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि सरकार ने जब सभी कर्मचारी संगठनों की बात सुनी है तो संविदाकर्मियों की भी बात सुन लेनी चाहिए ।

जबलपुर-रायपुर के बीच नई ट्रेन जल्द

मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की बड़ी आबादी की एक मांग जल्द पूरी होने जा रही है। नैरोगेज से ब्रॉडगेज में बदले गए जबलपुर-गोंदिया रेल ट्रैक पर जबलपुर से रायपुर के बीच नई ट्रेन चलाई जा सकती है। मध्यप्रदेश का पश्चिम मध्य रेलवे और छत्तीसगढ़ का दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मुख्यालय इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रहा है। अगर ऐसा हुआ तो जबलपुर से रायपुर के बीच ट्रेन का सफर सिर्फ 7 घंटे में तय किया जा सकेगा। फिलहाल जबलपुर से रायपुर के बीच सिर्फ एक ट्रेन, अमरकंटक एक्सप्रेस चलती है। रेल यात्रियों में खुसुर-फुसुर है कि चलो कुछ तो केंद्रीय मंत्रियों के छत्तीसगढ़ दौरे का फायदा मिलने की उम्मीद बनी है।

लड़कियां ठगों से रहे सावधान

इश्क की कोई हद नहीं होती एक तरफ पाकिस्तान से सीमा हैदर भारत आ गई, वहीं अंजू पाकिस्तान चली गई। वहीं कई लोग भारत में ही शादी का झांसा देकर लाखों रूपये की ठगी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। एक लडक़ी ने स्वयं के विवाह हेतु अपना बायोडाटा व्हॉट्सएप में बने अपने सामाजिक ग्रुप में डाला था। एक सिरफिरे ने कुछ दिन बात करके एक-दूसरे को जान-पहचान लेते हैं फिर शादी के लिए मैं आपके घर अपने परिवार के साथ आऊंगा रिश्ता तय करने कहकर 5 लाख ठग लिए । जनता में खुसुर-फुसुर है कि इश्क और जंग में सब जायज है ये पूरी तरह बेवकूफी वाली बात है। किसी ठग को इश्क के नाम पर पैसे नहीं लुटाए, नहीं तो लुटेरे नादान लड़कियों को ठगी का शिकार बनाते रहेंगे।

बात हे स्वाभिमान के

सीएम भूपेश बघेल एनएसयूआई के बात हे स्वाभिमान के हमर पहली मतदान के कार्यक्रम में शामिल हुए। नेताओं ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए छात्रसंघ चुनाव की मांग की, मुख्यमंत्री ने मांग पूरी कर दी है। छात्रों को, युवाओं को राजनीति में आगे आने का अवसर मिलेगा। नए नेता तैयार होंगे। जनता में खुसुर-फुसुर है कि छात्र राजनीति से जुडऩे का मतलब अपने कालेज के सहपाठियों की शैक्षणिक समस्याओं का समाधान करना उन्हें प्रोत्साहित करना है। लेकिन अब तो छात्र राजनीति सहपाठियों को अनुशासनहीनता की ओर ले जा रही है। इसलिए किसी भी संगठन से जुड़े हो अनुशासित राजनीति का हिस्सा बनना चहिए, ताकि आगे चलकर देश के स्वाभिमान को बनाए रख सको।

नेताओं के प्रेमपत्र का मूल मंत्र

पूर्व सीएम रमन सिंह ने बैक टू बैक 3 पत्र सीएम भूपेश बघेल और मंत्री रविंद्र चौबे को लिखा है। अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण की मांग की है और दिवंगत शिक्षकों के अनुकंपा नियुक्ति की मांग की है। पूर्व विद्यामितान शिक्षकों को किए वादे की याद दिलाई है और जल्द से जल्द उचित कार्रवाई करने का निवेदन किया है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि ये नेताओं का प्रेमपत्र भी एक राजनीतिक नजरिया है। जिसमें आम जनता का कोई फायदा नहीं होने वाला है। ये सिर्फ आपने फायदे के लिए ही राजनीति में कुछ भी कर सकते है। इसी तरह जनता नेताओं के झांसे में आ जाती है।

जल जीवन मिशन, एक कंपनी ब्लैक लिस्टेड

जल जीवन मिशन के कार्यों और निविदाओं में किए जाने वाले अनियमितता पर एक कंपनी को दो वर्षों के लिए ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है। अप्रैल-2023 में मल्टी विलेज योजनाओं के लिए आमंत्रित निविदाओं में 26 फर्मों के साथ सांठगांठ करके ज्वाइंट वेंचर देकर निविदाओं को प्रभावित करने के कारण भंडारा, महाराष्ट्र की कंपनी पर यह कार्रवाई की गई है। मेसर्स केके नायर एंड कंपनी को जल जीवन मिशन संचालक ने जल जीवन मिशन से संबंधित सभी कार्यों के लिए दो वर्ष के लिए ब्लैक लिस्ट किया है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि ये जल जीवन मिशन का काम है जहां ठेकेदार ही ब्लेक लिस्टेड और टेंडर के लिए ठेका लेते है। इनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता क्योंकि ये ठेकेदार है।

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