रायपुर। छत्तीसगढ़ के कोरोना संक्रमित मरीजों के मनोदुष्प्रभाव को दूर करने में मैट्स विश्ववियालय ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मैट्स विश्ववियालय के मनोविज्ञान विभाग के विद्यार्थियों के द्वारा नवंबर माह से दिसंबर माह तक प्रदेश के 1500 कोरोना संक्रमित मरीजों की ऑनलाइन काउंसलिंग की गई जिसके बेहतर परिणाम देखने को मिले। यह जानकारी मैट्स विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. शाईस्ता अंसारी ने दी। उन्होंने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला रायपुर द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों की काउंसलिंग हेतु सहयोग मांगा गया था जिसके तहत विभाग के प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ऑनलाइन काउंसिलंग के दौरान शनिवार को आनलाइन इंटरएक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सीएचएमओ डा. मीरा बघेल, सहायक चिकित्सा अधिकारी डॉ. डोगेंद्र परिहार, मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया, उपकुलपति डॉ. दीपिका ढांढ, कुलसचिव श्री गोकुलानंदा पंडा व काउंसलर उपस्थित थे। इस कार्यक्रम की सभी आगुंतकों ने प्रशंसा की एवं महामारी संक्रमण के विरुद्ध लड़ाई की दिशा में सार्थक कदम बताया। मैट्स विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के 15 परामर्शदताओं द्वारा काउंसलिंग की गई जिससे कोरोना संक्रमितों का मनोबल बढ़ सके। इनमें चित्रा पांडे, जैनब फातिमा, पूजा मिश्रा, प्रज्ञा बदलवानी, जलस ठाकुर, अभिषेक तिवारी, उमाशंकर, शिफा अहमद, वागिशा ओझा, डॉली जय सिंघानिया, प्रत्याशा भोई, विल्सन मनहरे, अपराजिता राज, अदिति रावत, सादिया इसरार आदि शामिल थीं। कोरोना संक्रमित मरीजों ने मैट्स विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के इस कार्य की काफी सराहना की एवं इसे सराहनीय प्रयास बताया।