- अधिकारियों की लापरवाही से निर्माण कार्यों में हो रही देरी
- वाल्टियर लाइन पर काम तीन साल पीछे - वाल्टियर लाइन पर अंडर ब्रिज न होने से अक्सर जाम की स्थिति बनती है इसलिए लोक निर्माण विभाग ने 29 करोड़ की लागत से फाफाडीह में अंडर ब्रिज बनाने के लिए नौ अगस्त 2017 को वर्क आर्डर जारी किया। ठेका एजेंसी को आठ सितंबर 2018 तक अंडरब्रिज का काम पूरा करना है। ठेका एजेंसी ने पांच फीसद काम किया उसके बाद भाग गई। लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी ठेका एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उसका इंतजार करते रहे। तीन साल तक जब ठेका एजेंसी नहीं लौटी, तो मजबूरी में काम पेटी कांट्रेक्टर को देकर करा रहे हैं। पेटी कांट्रेक्टर भी अपने मनमर्जी से काम कर रहा है।
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। प्रदेश में सेतु निगम के अंतर्गत चल रहे ओवरब्रिज और अंडरब्रिज निर्धारित अवधि में पूरा नहीं हो रहा हैं क्योंकि अधिकारी की उदासीनता के चलते ठेका एजेंसी मनमानी तरीके से काम कर रही है। इससे जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जनता की परेशानी को देखते हुए पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू अधिकारियों को फटकार लगा चुके हैं। मंत्री के फटकार के बाद सेतु निगम के अधिकारी अब किसी प्रकार की चूक नहीं करना चाह रहे हैं।
इसलिए रायपुर सर्किल से पांच जिलों में विलंब से ओवरब्रिज का काम करने वाले ठेकेदारों के ऊपर कार्यवाही करने के लिए लोक निर्माण विभाग मुख्यालय भेजा है। वहीं दूसरी तरफ राजधानी में निर्माणाधीन अंडरब्रिज और ओवरब्रिज का निर्माण कार्य अधूरा चल रहा है। इन ठेकेदारों के ऊपर अधिकारी मेहरबान हैं। सेतु निगम के अधिकारी का कहना है कि ठेका एजेंसी निर्धारित समय पर काम पूरा नहीं कर रही हैं, तो उनके ऊपर कार्यवाही की जाएगी। सेतु निगम से मिली जानकारी के अनुसार, राजनांदगांव, बलौदाबाजार, गरियाबंद, महासमुंद और दुर्ग में अलग-अलग एजेंसियों द्वारा ओवरब्रिज का निर्माण कार्य किया जा रहा है। ठेका एजेंसियों द्वारा निर्धारित समय में काम पूरा नहीं कर पा रही हैं। निर्धारित समय पर काम पूरा न होने पर अधिकारियों ने ठेकेदारों को नोटिस देकर जवाब मांगा था। इसमें सिर्फ दो ठेकेदारों ने नोटिस का जबाब दिया बाकी ने नोटिस का जवाब देना भी उचित नहीं समझा। उसके बाद रायपुर सर्किल ने ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड करने के लिए मुख्यालय में भेज दिया है। विभाग जल्द ही इन पांचों ठेका एजेंसियों के खिलाफ ब्लैक लिस्ट करने की कार्यवाही करेगा।
मेहरबान सेतु निगम के अधिकारी
लोक निर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 37 करोड़ की लागत तेलघानी नाका पर निर्माणाधीन नया ओवर ब्रिज का काम अधूरा है। नए ओवरब्रिज के निर्माण कार्य की निविदा 12 सितंबर 2018 को जारी हुई थी। ठेका एजेंसी को 11 अप्रैल 2020 तक काम पूरा करना था। लेकिन अभी तक इसका काम पूरा नहीं हो पाया है। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने भी ओवरब्रिज के लेट लतीफी को लेकर अधिकारियों और ठेका एजेंसी को फटकार लगाते हुए जल्द पूरा करने की बात कही थी लेकिन अभी तक तेलघानी ओवरब्रिज का काम पूरा नहीं हो पाया है। अधिकारियों ने ठेका एजेंसी के खिलाफ किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की है।
गोगांव का काम अधूरा
लोक निर्माण विभाग द्वारा गोगांव अंडरब्रिज का काम पांच साल पहले ठेका एजेंसी को 35 करोड़ का ठेका दिया था। वर्ष 2017 में इसका काम पूरा करना था, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। इसका निर्माण कार्य पूरा होने पर करीब तीन लाख लोगों को राहत मिलेगी।