रायपुर (जसेरि)। राजधानी सहित प्रदेशभर में संक्रमण की संख्या कम होने और होम आइसोलेशन की व्यवस्था से कोविड केयर सेंटर समेत कोविड डेडिकेटेड अस्पताल बंद हो रहे हैं। राजधानी में आयुर्वेदिक अस्पताल में स्थित 380 बिस्तरों के कोरोना यूनिट और माना के 150 बिस्तर के कोरोना अस्पताल को मरीज नहीं होने की वजह से बंद कर दिया गया है। वहीं कोविड केयर सेंटर की बात करें तो शासकीय के साथ ही निजी सेंटर पहले ही एक-एक कर बंद कर दिए गए हैं। इसका कारण बिना लक्षण या कम लक्षण वाले मरीजों का होम आइसोलेशन में इलाज हो जाता है। सिर्फ अभी मध्यम व गंभीर संक्रमित मरीज ही कोरोना इलाज के लिए अस्पतालों तक पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 10 नवंबर की स्थिति में जिले में अभी 7572 सक्रिय मरीज हैं। इसमें से 90 फीसद मरीज होम आइसोलेशन में हैं। जबकि लगभग 10 फीसद तक मरीज निजी व शासकीय अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं।
तीन-तीन कोविड केयर सेंटर व अस्पताल संचालित : स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि रायपुर जिले में तिल्दा, धरसीवां और रायपुर में गुढिय़ारी स्थित प्रयास कोविड केयर सेंटर का ही संचालन किया जा रहा है। वहीं कुछ निजी अस्पताल कोविड केयर सेंटर संचालित कर रहे हैं। कम लक्षण वाले मरीजों का घर पर ही इलाज होने की वजह से इन सेंटरों को बंद किया जा रहा है। जिन्हें मरीज बढऩे के बाद फिर से शुरू कर दिया जाएगा।
आइसीयू बिस्तरों की है समस्या : मिली जानकारी के अनुसार कोरोना के गंभीर रोगियों के लिए आइसीयू बिस्तरों की समस्या बनी हुई है। राजधानी में शासकीय तौर पर सिर्फ एम्स और आंबेडकर अस्पताल में गंभीर रोगियों का इलाज किया जा रहा है। वहीं लालपुर अस्पताल को क्रिटिकल केयर की तर्ज पर बनाया गया है। लेकिन आइसीयू के मरीजों को रेफर एम्स व आंबेडकर ही करना पड़ता है। कोरोना के लिए एम्स में 70 व आंबेडकर अस्पताल में 43 आइसीयू बिस्तरों की सुविधा है। जो अधिकांश समय भरे होने की वजह से मरीजोंके लिए समस्या आ रही है।
मरीजों की संख्या कम हो गई है। इसके चलते शासन द्वारा संचालित कोविड केयर सेंटर व अस्पतालों को बंद कर दिया गया है। यहां सेवाएं दे रहे स्टाफ को फिलहाल उनके मूल कार्य में भेज दिया गया है। मरीजों के पहुंचने की स्थिति में फिर से इसे शुरू कर दिया जाएगा।
- डा. मीरा बघेल, सीएमएचओ, जिला-रायपुर