मन की बात ने देश के कोने-कोने के लोगों को जोड़ा - अरुण साव
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने आज भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि ‘मन की बात’ देश में आकाशवाणी व अन्य माध्यमों से प्रसारित किया जाने वाला एक अत्यंत ही लोकप्रिय कार्यक्रम है जिसके माध्यम से भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की जनता से संवाद करते हैं। इस कार्यक्रम का पहला प्रसारण 3 अक्तूबर 2014 को किया गया। यह कार्यक्रम 52 भाषाओं एवं बोलियों जिनमें 11 विदेशी भाषाएं शामिल हैं, में प्रसारित होता हैं।
यह कार्यक्रम इतना लोकप्रिय हैं कि 27 जनवरी 2015 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी प्रधानमंत्री जी के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया तथा भारत की जनता के पत्रों के उत्तर दिए। मन की बात के सभी एपिसोड में एक अंतर्निहित विषय रहा लोगों के साथ संबंध स्थापित करना। प्रधानमंत्री जी एक ऐसा वातावरण निर्माण करने के लिए जाने जाते हैं जहां लोग उनसे खुलकर बात कर सकते हैं। सभी प्रसारणों का उद्देश्य राष्ट्र निर्माण के साथ चरित्र-निर्माण करना है। सेल्फी विद डॉटर’ अभियान के माध्यम से बालिकाओं की गरिमा को बढ़ावा देने का अभियान हो, #Statue Cleaning अभियान के माध्यम से हमारे नायकों को श्रद्धांजलि देना या ‘फिटइंडिया‘ अभियान के माध्यम से फिटनेस के मूल्य को बढ़ावा देना, सभी का उद्देश्य चरित्र निर्माण था।
चाहे कोविड 19 महामारी का कठिन समय हो या देश के सामने कोई अन्य त्रासदी, प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा ऐसे समय में आशा की किरण दिखाई है। उनके भरोसा देने वाले शब्द नागरिकों के लिए उत्साहजनक और सुकून देने वाले रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने संस्कृति, लोक परंपराओं, भाषा, लोगों की कहानियां और त्यौहार जो पहले मुख्यधारा में शामिल नहीं थे उनसे अवगत करवाने के लिए प्रभावी ढंग से इस मंच का उपयोग किया है। उन्होंने उन लोगों और उन क्षेत्रों को शामिल किया, जो भारत गाथा का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सुदूर स्थानों की हमारी संस्कृति, कहानियों और परंपराओं के बारे में बात की। उन्होंने सफलतापूर्वक विभिन्न पीढ़ियों के बीच एक पुल बनाया है और उन सभी को एक मंच पर लाने का प्रयास किया। मन की बात के माध्यम से प्रसारित बातचीत और विचारों ने राष्ट्रीय पुनरुत्थान को गति दी। मन की बात ने मनन और चिंतन के दृष्टिकोण को विकसित किया है; हम सुनते हैं, हम बहस करते हैं और हम सोचते हैं। जैसा कि हम मन की बात की 100 वीं कड़ी के पूरा होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं, यह इस बात की गवाही देता है कि मन की बात प्रधानमंत्री के माध्यम से एक आवाज, एक भावना और एक आह्नान, एक क्रांति पैदा करने और हमारी सोच में बदलाव लाने में सक्षम हुआ है।