मालदीव के आदिवासी कलाकारों ने 'कजरा मोहब्बत वाला' गाना गाया
#WATCH छत्तीसगढ़: रायपुर में मालदीव के आदिवासी कलाकारों ने 'कजरा मोहब्बत वाला' और 'लाल मेरी पत' गाना गाया। ये कलाकार राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव में भाग ले रहे हैं। pic.twitter.com/SpkaMIBMzz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 3, 2022
मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिला डिंडौरी से पहुंचे कलाकारों ने छत्तीसगढ़ की याद दिला दी। करमा नृत्य की प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया। कृषि कर्म प्रधान नृत्य करमा फसल कटाई और कृषि पर आधारित है। यह बैगा जनजाति का लोकप्रिय नृत्य है।
मांदर की थाप पर ,सिर में रंगीन पगड़ी और मोरपंख से सुसज्जित, लाल व काला परिधान से उत्साह के साथ प्रस्तुति दिए। इनके नृत्य में छत्तीसगढ़ के करमा नृत्य की झलक साफ दिखाई देती है। महिलायें गहरी नीली साड़ी पहने और सिर में कलगी लगाए आदिवासी परम्परा की पहचान को सरंक्षित कर सामूहिक, सामजंस्य और एकता का संदेश देते हुए नृत्य किये। वाद्य यंत्रों में भी छत्तीसगढ़ की झलक मिली। निशान बाजा, मोहरी, मांदर, टीमटिमी बाजा का प्रयोग करते हुए कर्णप्रिय संगीत के साथ सुंदर प्रस्तुति थी।