
गरियाबंद। जिले में मलेरिया मुक्त छ.ग. अभियान चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत समुदाय से मलेरिया परजीवी को समूल नष्ट करने हेतु अभियान के दौरान गरियाबंद जिले के सभी विकासखण्डों के 0.5 से अधिक टेस्ट पॉजिटिव दर वाले गांवों में स्वास्थ्य कर्मचारियों के द्वारा घर -घर जाकर सभी सदस्यों का आर.डी. कीट से मलेरिया जांच किया जा रहा है।
गरियाबंद जिला में मलेरिया मुक्त अभियान के तहत 13 जून 2022 को 38 ग्रामों के 494 घरों में कुल 2150 व्यक्तियों का एवं 8 गर्भवती महिलाओं का आर.डी. कीट से जांच किया गया है। जिसमें एक भी मलेरिया के धनात्मक प्रकरण नही पाये गये। सीएमएचओ से मिली जानकारी अनुसार मलेरिया मुक्त अभियान के साथ-साथ टी.बी., मोतियाबिंद मरीजों की खोज एवं स्केबिज मरीजों का पहचान कर उनका उपचार किया जा रहा।
मलेरिया मुक्त अभियान के तहत मरीजों के सुविधा हेतु जिले में कंट्रोल रूम का गठन एवं सभी विकासखंडों में नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है। गरियाबंद जिले को मलेरिया मुक्त बनाये जाने हेतु अति संवेदनशील क्षेत्रों में मच्छरदानी का वितरण किया गया है, तथा गम्बुजिया मछली का संवर्धन एवं विमुक्तिकरण भी किया गया है।
जिले के चार विकासखंडों के ऐसे उपस्वास्थ्य केन्द्र जिनका एपीआई 5 से अधिक है के आश्रित ग्रामों में मलेरिया रोधी दवा घोल का छिड़काव किया जा रहा है। जिला गरियाबंद में 12 जुलाई 202 तक अभियान चलाया जाना है इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन. आर. नवरत्न ने आम जनता से अपील की है कि बारिश के मौसम में पानी को कही एकत्रित होने ना दे तथा मच्छरदानी का उपयोग नियमित रूप से करें जिससे मलेरिया से बचा जा सके।