> Major infiltration of drug peddlers in Raipur
रायपुर। पुलिस ने एक और ड्रग पैड़लर मेराज खान को किया गिरफ्तार। पूर्व में पकड़े गए ड्रग पैड़लरों से पूछताछ में मेराज खान का नाम सामने आया था, पुलिस लंबे समय से आरोपी तलाश कर रही थी। वहीं आज घेराबंदी कर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक शातिर पैड़लर मेराज राजधानी समेत दुर्ग में ड्रग सप्लाई करने का काम करता था। वहीं पूर्व में पकड़े गए आशीष जोशी और नीकिता पांचाल से भी आरोपी के संबंध है। पुलिस ने निशानदेही के रूप में आरोपी के पास से 800 ग्राम गांजा बरामद हुआ। खमतराई थाना पुलिस आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई कर रही है। एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर पुलिस आरोपी को जेल भेज दिया है।
ड्रग मामले में बड़ा खुलासा,नाइजीरियन ड्रग पैडलर गिरफ्तार: सिविल लाइन कंट्रोल रूम में प्रेसवार्ता लेकर रायपुर पुलिस ने ड्रग्स मामले में अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का ख़ुलासा कर एक विदेशी नाइजीरियन नागरिक पैट्रिक यूबीके बावको गिरफ्तार को किया। पुलिस ने बताया कि एन.डी.पी.एस. एक्ट के प्रकरण में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एम.डी.एम.ए. का काला व्यापार करने वाले आरोपियों की कड़ी दर कड़ी चैन को जोड़ते हुये अब तक 01 महिला आरोपी सहित कुल 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस व्यवसाय से जुड़े मुम्बई निवासी रायडेन बेथेलो के संबंध में जानकारी प्राप्त होने पर पर आरोपी रायडेन बेथेलो को भी गिरफ्तार किया गया है।
रायडेन बेथेलो से एम.डी.एम.ए. लाने के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी रायडेन बेथेलो द्वारा मुम्बई निवासी विदेशी नाइजीरियन नागरिक पैट्रिक यूबीके बावको से एम.डी.एम.ए. क्रय करना बताया गया। जिस पर पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार यादव द्वारा विदेशी नाइजीरियन नागरिक पैट्रिक यूबीके बावको गिरफ्तार करने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी एवं नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली अंकिता शर्मा को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में विदेशी नाइजीरियन नागरिक पैट्रिक यूबीके बावको की गिरफ्तारी हेतु एक विशेष टीम का गठन कर आरोपी की पतासाजी प्रारंभ की गई। पतासाजी के दौरान आरोपी विदेशी नाइजीरियन नागरिक पैट्रिक यूबीके बावको की उपस्थिति नाला सुपारा शांताक्रूज मुम्बई में होना पाया गया, जिस पर टीम मुम्बई रवाना किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा मुम्बई में लगातार कैम्प कर आरोपी को लोकेट करते हुये आरोपी विदेशी नाइजीरियन नागरिक की पहचान सुनिश्चित की गई तथा आरोपी को पकड़ा गया।
पूछताछ में आरोपी विदेशी नाइजीरियन नागरिक पैट्रिक यूबीके बावको द्वारा एम.डी.एम.ए./कोकिन को अपने साथी विदेशी नाइजीरियन नागरिक चिसोम पैट्रीक से क्रय करना तथा उसी के साथ मिलकर एम.डी.एम.ए./कोकिन का व्यवसाय करना बताये जाने के साथ ही आरोपी द्वारा देश के अलग - अलग राज्यों में भी एम.डी.एम.ए./कोकिन की सप्लाई करना बताया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 02 नग मोबाईल फोन जप्त किया गया है। गिरफ्तार आरोपी विदेशी नाइजीरियन नागरिक पैट्रिक यूबीके बावको से इस काले कारोबार से जुड़े उसके साथी एवं अन्य लोगों के संबंध में भी लगातार पूछताछ की जा रही है, पूछताछ के आधार पर इस काले कारोबार से जुड़े जो भी नाम सामने आएंगे उन सबके विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। रायपुर पुलिस द्वारा ड्रग्स कारोबारियों के विरूद्ध अब तक की पहली व सबसे बड़ी कार्यवाही की गई है। नशा का कारोबार करने वाले कारोबारियों के विरूद्ध रायपुर पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा। राजधानी में नशे का काला और अवैध कारोबार आए दिन अपनी रफ़्तार पकड़ते जा रहा है। और पुलिस भी लगातार ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है। मुंबई के ड्रग कनेक्शन ने पूरे देश का ध्यान बटोर रखा था। राजधानी में नशे का फैलता नेटवर्क सच में चिंता की बात है, लेकिन पुलिस इस नेटवर्क को तोडऩे के लिए बड़े पैमाने पर कार्रवाई कर रही है। नशे के तस्करों को बख्शा नहीं जा रहा है। अमीरों का नशा कहा जाने वाले कोकीन की तस्करी रायपुर में भी काफी दिनों से चल रहा है। आर्डर मिलने पर तस्कर मुंंबई से रायपुर कोकीन की सप्लाई करने आते है और रायपुर के ही कुछ ढाबा संचालक, डीजे पार्टी में काम करने वाले, ड्रग माफिया और युवा वर्ग और कुछ महिलाएं रायपुर में कोकीन, अफीम, ड्रग्स, ब्रॉउन शुगर जैसे नशे के सामानों को खपाते है। रायपुर शहर छत्तीसगढ़ की राजधानी होने के साथ-साथ पूरे प्रदेश में सबसे बड़ा जिला भी है। रायपुर शहर एक एजुकेशन हब बन चूका है और विकसित हो चुका है जिसके चलते युवा वर्ग भी नशे से जुड़े सामानों का सेवन कर रही है।
बाहर से युवा पढऩे आते है और नशे में डूब जाते हैं
रायपुर में तमाम छात्र यहां अकेले या दोस्तों के साथ रहते हैं। बाहर से पढऩे आये युवा वर्ग अकेले रहकर नशे को अपना हथियार बना लेते है। मकान मालिक भी ज्यादा रोकते-टोकते नहीं है क्योंकि उनको तो सिर्फ हर महीने अपने किराए से मतलब होता है और यही हाल हॉस्टल के भी है इसलिए उन्हें हर तरह की मनमानी करने की छूट मिल जाती है तो नशे के सौदागर इसी बात का फायदा उठाकर पहले तो युवाओं को नशे का आदी बनाते हैं और फिर जरूरतें पूरी करने के लिए ये छात्र खुद नशे की तस्करी करने लग जाते हैं। पर इनको नशा देने वाले बड़े मगरमछ पुलिस की रडार से बाहर है और कही बार तो स्मैक के साथ पकडे गए लोगो के ग्राहक भी ऐसे ही छात्र थे।
रायपुर में नशे के अड्डे जो किसी से छुपे नहीं है
रायपुर में कई ऐसे इलाके है जहां नशा आज भी खुलेआम बिक रहा है जिसमें कालीबाड़ी, संतोषी नगर, सुंदर नगर, रामकुंड, रामनगर, श्याम नगर, तेलीबांधा, वीआईपी रोड, चांदनी चौक, पुलिस लाइन, सिविल लाइन, कोटा, गुढिय़ारी, खालबाड़ा, अशोक नगर जैसे कई इलाके है जहां नशा का कारोबार चलता है। वीआईपी रोड इलाके में छापा मारकर दो युवा होटल कारोबारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनका ड्रग्स केस पकड़े गए मुख्य पैडलर से सीधा कनेक्शन हैं। आरोपी अपने होटल में हर सप्ताह ड्रग्स पार्टियां आयोजित करते थे। इसमें रायपुर-भिलाई, बिलासपुर, रायगढ़, राजनांदगांव जैसे शहरों से हाईप्रोफाइल युवक-युवतियां आते थे। सुबह 4 बजे तक यहां पार्टियां होती थी।