जल जीवन मिशन के कई ठेकेदारों पर बड़ी कार्रवाई, काम कराने में बरत रहे लापरवाही
गरियाबंद। वर्ष 2024 तक क्रियान्वित किया जाना वाला जल जीवन मिशन जिले में लक्ष्य से कोसों दूर है. समय-समय पर चेतावनी देने के बाद भी ठेकेदार काम को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं, ऐसे में अधिकारियों ने सख्ती दिखाते हुए 18 ठेकेदारों की निविदा निरस्त करने के साथ 72 को नोटिस थमाया है.
जल जीवन मिशन योजना के तहत गरियाबंद जिले में 650 करोड़ की लागत से 666 गांव में 1लाख 36931 घरों में 2024 तक पानी पहुंचाया है. पिछले डेढ़ साल में ठेका कम्पनियों ने 98600 घरों तक कनेक्शन कर दिया, इनमें से भी 40 फीसदी कनेक्शन में अब तक पानी नहीं पहुंच पाया है. कहीं टंकी निर्माण में देरी है, तो कहीं स्थल विवाद, तो कहीं ठेकेदार की लापरवाही सामने आ रही है. ऐसे में अब काम को आगे तय समय के भीतर पूरा कराना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है.
कलेक्टर आकाश छिकारा को अब पीएचई के नए मुखिया मुखिया के रूप में कार्यपालन अभियंता पंकज जैन मिल गया है. दोनों अफसरों की जुगलबंदी से मिशन को पूरा मिशन बनाकर पूरा करने का प्रयास तेज कर दिया है. ईई पंकज जैन ने बताया कि काम शुरू न करने और काम में लापरवाही बरतने वाले 18 फर्मों की निविदा निरस्त की गई है. वहीं काम में तेजी व गुणवत्ता लाने 72 कार्य एजेंसियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.