रायपुर। महासमुन्द जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) अंतर्गत व्यक्तिगत हितग्राही के निजी भूमि पर अधिक से अधिक जल संग्रहण प्रबंधन के कच्चें काम प्राथमिकता क्रम में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वीकृत किए जा रहें है। ताकि वर्षा जल का संरक्षण हो सके। डबरी से लाभान्वित सरायपाली के ग्राम पंचायत डुडूमचुवां के किसान भुनेश्वर बरिहा ने ग्रामसभा में बात रख आवेदन दिया था। उन्हें इस योजना के तहत् करीबन 2 लाख रूपए की डबरी स्वीकृत हुई। उनके इस डबरी के निर्माण में गांव के ही मनरेगा में पंजीकृत मजदूरों ने काम किया और उन्हें 939 मानव दिवस का रोजगार मिला।
कृषक भुनेश्वर खेत में डबरी निर्माण हो जाने से वर्षा पानी इकट्ठा होने पर वे अपनी लगभग 3.50 एकड़ की खेती को सिंचित कर फसल ले रहें हैं। इसके अलावा वे डबरी में मछली पालन के साथ-साथ मुर्गी पालन भी कर रहें है। इससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी लगभग 18 से 20 हजार रूपए हर महीनें प्राप्त हो रही है। वे बतातें है कि डबरी के मेढ़ पर अरहर, साग-सब्जी सहित अन्य काम अच्छें तरीके से कर रहें हैं। वे समय-समय पर पंचायत एवं उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य विभाग का भी सहयोग ले रहें हैं।
जिला पंचायत द्वारा जिले में पानी बचाने और जल संरक्षण के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में डबरी, तालाब और कुॅओं का निर्माण करने में बल दिया जा रहा है। जिला पंचायत मनरेगा के तहत् इस मानसून में वृक्षारोपण भी कराया जा रहा है। किसान अपनी निजी भूमि पर डबरी निर्माण का आवेदन ग्रामसभा या जिला पंचायत में दे सकते है और योजना का लाभ लेकर अपनी आमदनी में इजाफा कर सकते है। जैसे कृषक भुनेश्वर कर रहें हैं।