छत्तीसगढ़

वांटेड सटोरियों के खिलाफ जारी होगा लुकआउट सर्कुलर

jantaserishta.com
10 Aug 2023 5:51 AM GMT
वांटेड सटोरियों के खिलाफ जारी होगा लुकआउट सर्कुलर
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विदेश भागने की आशंका को देखते हुए तैयारी में जुटी पुलिस.
कुछ मीडिया वालों ने लोगों को भ्रमित करने आरोपी को नाम जानबूझकर गलत छापा
राजनीतिक और मीडिया घराने के संरक्षण में चल रहा सट्टा का कारोबार
आनलाइन सट्टा सिंडिकेट जिले और अन्य दूसरे राज्यों में हो रहा संचालित
सटोरिए अप्रत्यक्ष रूप से कमीशन का फायदा मीडिया और नेताओं को दे रहे
युसुफ पोट्टी हेड है जो दूसरों को बेचता है आईडी पासवर्ड
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। राजधानी में सट्टा दो प्रमुख घरानों के कारण बेखौफ चल रहे है। प्रदेश के बड़े और वरिष्ठ राजनेताओं और कुछ तथाकथित मीडिया घराने के संरक्षण के चलते प्रदेश में सट्टा बेखौफ चल रहा है। महादेव एप से आनलाइन सट्टा सिंडिकेट बनाकर जिले और अन्य राज्यों में संचालित कर रहे है। पुलिस ने फरार 7 सटोरियों के खिलाफ आउटलुक सर्कुलर की तैयारी कर ली है।
पुलिस की अलग-अलग टीमों ने बुधवार को फरार आरोपियों की तलाश में कई संभावित ठिकानों पर छापामारी की। रायपुर के अलावा रायगढ़, बिलासपुर और ओडिशा में भी दबिश दी गई। आरोपी वहां नहीं मिले। पुलिस ने फरार आरोपियों के परिजनों को नोटिस दिया गया है कि आरोपियों को थाना भेजे। इस बीच गिरफ्तार आरोपी नितिन और सागर को दो दिन जेल में रहने के बाद कोर्ट से जमानत मिल गई है। दोनों छूट गए हैं। उसके 7 आरोपी फरार हैं। पुलिस अफसरों ने बताया कि कारोबारी नितिन मोटवानी और सागर जैन रायगढ़ के अपने लिंक सानू बेरीवाल,? करण अग्रवाल, दीपक भूटानी उर्फ सिंधी, एजाज उर्फ मन्नू के अलावा रायपुर के नवीन बत्रा, अजय जैन और ओडिशा के फैजू के साथ मिलकर क्रिकेट सट्टे का नेटवर्क चला रहे हैं। आरोपियों के गिरोह में और भी लोग शामिल हैं। इसमें सनी पृथ्वानी समेत पांच लोगों को बिलासपुर पुलिस ने शुक्रवार को पकड़ा है। हालांकि सभी को तुरंत जमानत पर छोड़ दिया गया। उसके बाद से वे भी गायब हैं। इधर, पुलिस फरार आरोपी की तलाश कर रही है। पुलिस अफसरों के अनुसार सानू, करण और दीपक बड़े खाईवाल हैं। रायगढ़ में वे लंबे समय से कटिंग ले रहे हैं। पुलिस को पड़ताल के दौरान ही रायगढ़ के अतुल अग्रवाल और जांजगीर के अरूण सक्ति का इनपुट मिला है। सट्टे के रैकेट में उनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है।
पुलिस की टीम एक बार फिर से रायगढ़ और बिलासपुर में छापेमारी की तैयारी कर रही है। आरोपियों के बारे में इनपुट मिला है कि वे राज्य के बाहर जा चुके हैं। दूसरे राज्यों में उनके संपर्कों का पता लगाया जा रहा है। वहां भी टीम भेजी जाएगी।
गैर जमानती धाराओं में कार्रवाई की तैयारी : पंडरी और सिविल लाइन पुलिस ने जुआ-सट्टा एक्ट में केस दर्ज किया है। पड़ताल के बाद पुलिस आरोपियों के खिलाफ चारसौबीसी और आईटी एक्ट के खिलाफ भी कार्रवाई करने की तैयारी कर ही है। क्योंकि ये गैर जमानती धारा है।
इसमें 7 साल से ज्यादा सजा का प्रावधान है। आरोपियों से जब्त मोबाइल और लैपटॉप से कई अहम जानकारी मिली है। इसमें कुछ नए लोगों की तलाश की जा रही है।
सटोरियों के खिलाफ पंडरी और सिविल लाइन थाने में अपराध दर्ज: महेश्वरी
इस संबंध में सिटी एएसपी एवं क्राइम विंग के प्रभारी अभिषेक महेश्वरी ने बताया कि पंडरी और सिविल लाइन थाने में महादेव एप से सिंडिकेट बनाकर आनलाइन सट्टा संचालित करने का मामला दर्ज है। गिरफ्तार सट्टा संचालक नितिन मोटवानी ने पुलिस को बताया कि मौदहापारा निवासी युसुफ पोट्टी से आईडी लेकर सट्टा संचालन करता था,युसुफ पोट्टी हेड है जो कि अपने अन्य साथियों के अजय जैन, सानू करण, दीपक, नवीन बत्रा, फैजू के साथ मिलकर अलग-अलग जिलों, राज्य में महादेव एप आनलाइन चलाता है। मामले में सातों आरोपी फरार है। युसुफ पोट्टी के साथ ही अजय जैन व नवीन बत्रा रायपुर तथा फैजू संबलपुर के रहने वाला है, वे सट्टा खेलने वाले लोगों को ऑनलाइन आईडी बेचते है।
आनलाइन सट्टा का ब्रांच ध्वस्त, छह गिरफ्तार
भिलाई में आनलाइन सट्टा महादेव एप के ब्रांच नंबर 456 को दुर्ग पुलिस ने ध्वस्त कर दिया। आरोपितों के द्वारा सेक्टर वन स्थित विवेकानंद उद्यान में सट्टा खिलाया जाता था। पुलिस को सूचना मिली और पुलिस ने मौके पर से छह युवकों को गिरफ्तार किया। जिनके पास से एक लैपटाप, पांच मोबाइल तथा कुछ दस्तावेज बरामद किए गए। पत्रवार्ता में एसपी दुर्ग शलभ कुमार सिन्हा ने इसकी जानकारी दी। एसपी ने बताया कि पुलिस को गुप्त रूप से यह सूचना मिली थी कि कुछ युवक सेक्टर वन स्थित विवेकानंद उद्यान में बैठकर आनलाइन सट्टा का संचालन करते हैं। सूचना पर भट्टी थाना प्रभारी विपिन रंगारी व क्राइम एवं सायबर यूनिट के प्रभारी संतोष मिश्रा को पकडऩे की जिम्मेदारी दी गई। पुलिस ने छापेमारी करते हुए आनलाइन सट्टा महादेव एप के ब्रांच नंबर 456 का संचालन करने वाले तूषार सूर्यवंशी को पकड़ा। तुषार के बयाने के आधार पर पांच अन्य युवक हिमांशु मिश्रा, जतीन चंद्राकर, हिमांशु तिवारी, मिथलेश राजपूत एवं प्रदीप यादव का नाम बताया।
तुषार सूर्यवंशी ने बताया कि उसे टेलीग्राम से महादेव गैमिंग एप की यूजर आइडी मिली थी। तुषार कस्टमर आइडी देता था, हिमांशु मिश्रा द्वारा लैपटाप क्वाइन दिया जाता था, हिमांशु तिवारी तथा जतीन चंद्राकर आनलाइन डिपाजिट का काम देखते थे। वहीं मिथलेश राजपूत व प्रदीप यादव द्वारा आन लाइव विड्राल का काम देखा जाता था। आनलाइन गैमिंग एप से होने वाली कमाई सभी आपस में प्रतिशत के आधार पर बांट लेते थे। पुलिस ने तुषार की निशानदेही पर आरोपितों के पास से एक लैपटाप, पांच नग मोबाइल तथा कुछ दस्तावेज बरामद किए हैं।
दुर्ग एसपी शलभ कुमार सिन्हा ने बताया कि सूचना के आधार पर सभी आरोपितों को पकड़ा गया। कितने का लेनदेन हुआ इसका रिकार्ड बैंक से निकलवाया जा रहा है। इनके पास से आनलाइन गेमिंग एप महादेव से जुड़े कुछ दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। भट्टी थाना पुलिस द्वारा वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
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