राज्य सरकार की महत्वपूर्ण मुख्यमंत्री सुपोषण योजना से प्रदेश के कई बच्चों की तरह अब पेण्ड्रा का नन्हा वंश भी कुपोषण मुक्त हो गया है। दरअसल आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती कुसुमवती कंवर द्वारा बच्चों का मासिक वजन लेने पर पता लगा कि श्रीमती सोनिया साहू और श्री अमरदीप साहू के पुत्र वंश का वजन उसकी उम्र के अनुसार कम है। नन्हा वंश मध्यम कुपोषित पाया गया। इससे उसका नाम मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के लिए चिन्हांकित कुपोषित बच्चों की श्रेणी में दर्ज कर लिया गया। उल्लेखनीय है कि सुपोषण योजना के तहत कुपोषित बच्चों का विशेष ध्यान रखकर उन्हें सुपोषित करने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत कार्यकर्ता श्रीमती कंवर द्वारा नियमित रूप से वंश के घर जाकर अपने सामने ही एक दिन के अंतराल में उबला अण्डा खिलाने लगी। उसके बाद शासन के निर्देश अनुसार आंगनबाड़ी में नन्हे वंश को केन्द्र में अन्य दर्ज बच्चों के साथ कोविड-19 कोरोना वायरस के नियंत्रण एवं बचाव के लिए जारी निर्देशों का पालन करते हुए, सेनेटाईजर का उपयोग कर फिजिकल दूरी के साथ गर्म भोजन और उबला अण्डा सप्ताह में पांच दिन खिलाया जाने लगा। इसके बाद सप्ताह में 3 दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को गरम भोजन एवं उबला अण्डा खिलाया गया। इसके साथ ही कार्यकर्ता-पर्यवेक्षक द्वारा गृहभेंट के दौरान अभिभावकों को निर्धारित तिथि पर बच्चें को आंगनबाड़ी केन्द्र लाने और गरम भोजन एवं उबला अण्डा खिलाने को भी कहा गया। इसके अतिरिक्त वंश को रेडी टू ईट भी दिया गया। इस तरह निरंतर प्रयास और अभिभावकों के सहयोग से वंश के वजन में काफी सुधार हुआ। बच्चे वंश का वजन अब सामान्य स्तर 10 किलो 900 ग्राम पर आ गया है। इस तरह सुपोषण अभियान से नन्हा वंश कुपोषण से अब पूरी तरह मुक्त हो गया है।