स्कूल के पास शराब दुकान, ग्रामीणों ने कलेक्टर से हटाने की मांग की
दुर्ग। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशन में आज एडीएम अरविंद एक्का एवं डिप्टी कलेक्टर हितेश पिस्दा ने जनदर्शन में बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने जनदर्शन में पहुंचे सभी लोगों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और समुचित समाधान एवं निराकरण करने संबंधित विभागों को शीघ्र कार्यवाही कर आवश्यक पहल करने को कहा। जनदर्शन में आज 100 आवेदन प्राप्त हुए।
ग्राम बोड़ेगांव के ग्रामवासियों ने शराब दुकान को अन्य स्थान पर खोले जाने की मांग की। ग्रामवासियों ने बताया कि ग्राम बोड़ेगांव व ग्राम रवेलीडीह के आबादी वाले क्षेत्र में शराब दुकान खोला जा रहा है। शराब दुकान के पास शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला स्थित है। साथ ही शराब दुकान के समीप ग्राम बोड़ेगांव के शासकीय उप स्वास्थ्य केन्द्र स्थित है। जहां आस-पास के लोग ईलाज कराने आते हैं। इसके अलावा खेल का मैदान भी है। अरसनारा, बोड़ेगांव, रवेलीडीह के छात्र-छात्राएं ग्राम नंदकट्ठी के हाई स्कूल व हायर सेकेण्डरी स्कूल में अध्ययन के लिए आते हैैं। शराब दुकान खुल जाने से ग्राम बोड़ेगांव व ग्राम रवेलीडीह में अशांति उत्पन्न हो जाएगी। क्षेत्र का वातावरण दूषित हो जाएगा। इस पर एडीएम ने आबकारी विभाग को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।
कसारीडीह निवासी ने मर्चूरी पहुंच मार्ग से अवैध कब्जा हटवाने आवेदन दिया। मर्चूरी पहंुच मार्ग में अवैध कब्जा कर कपड़ा व अन्य सामग्री विक्रय किया जा रहा है, जिससे मर्चूरी आने जाने में बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रात्रि के समय गंभीर घटना की संभावना बनी रहती है। इस पर एडीएम ने सिविल सर्जन को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।
पाटन निवासी ने प्रधानमंत्री अटल आवास प्रदान करने आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि वह निर्धन परिवार से है। रोजी मजदूरी करके अपना व अपने परिवार का भरण-पोषण करती है। रोजी मजदूरी के सिवाय आय का कोई साधन नही है। पति का स्वास्थ्य खराब रहने के कारण परिवार की देख-रेख उनको ही करना पड़ता है। परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री अटल आवास प्रदान करने की मांग की। इस पर एडीएम ने सीईओ जनपद पाटन को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।
जिला अस्पताल में कार्यरत डीएमएफ मद से कार्यरत तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों ने मासिक वेतन में वृद्धि करने आवेदन दिया। उन्होंने बताया डीएमएफ मद से कार्यरत समस्त कर्मचारी विगत तीन सालों से कार्यरत है। वेतन बहुत कम होने के कारण परिवार का भरण-पोषण करने में अत्यंत कठिनाईयां होती है। कर्मचारियों द्वारा कार्य ईमानदारी पूर्वक किया जा रहा है, किंतु वेतन पूर्ववत ही है। इस पर एडीएम ने संबंधित विभाग को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।