शराब घोटाला, ‘पॉलीटिकल मास्टर’ भी आज न कल आ ही जायेंगे शिकंजे में
रायपुर। शराब घोटाले में कवासी लखमा की गिरफ्तारी पर सीएम साय के मीडिया सलाहकार पंकज कुमार झा का बयान आया है, झा ने कहा, जिस तरह जनजाति समाज से आने वाले एक निरक्षर नेता को प्रदेश की तब कीछग कांग्रेस सरकार और उसके मुखिया ने बलि का बकरा बनाया, उन्हें आगे कर जिस तरह शराब घोटाले किए गए - जैसा आरोप है- वह दुःखद है।
आशा है ‘किंगपिन’ तक भी एजेंसियों के लंबे हाथ पहुचेंगे ही, जैसा कि ऐसे घोटालों के संबंध में एजेंसियां कहती रही हैं, ‘पॉलीटिकल मास्टर’ भी आज न कल शिकंजे में आ ही जायेंगे। पर अफसोस यह रहेगा कि ऐसे घोटालों का सबसे बड़ा लाभार्थी, जिसने छत्तीसगढ़ को एटीएम बन जाने पर विवश किया, जैसा कि तब के विपक्ष का लगातार आरोप रहा था, उन्हें अपने किये का शायद दंड न मिल पाये।
सभी लाभार्थी चाहे वे राष्ट्रीय इकाई के लोग हों या और आगे, उन सबको प्रदेश की जनता का पैसा लूटने की सजा मिलनी ही चाहिए। शराबबंदी का वादा कर शराब ऑनलाइन पहुंचाना, नकली शराब तक लोगों को पीने विवश करने का अपराध न केवल कानून के खिलाफ है बल्कि ईश्वर के खिलाफ भी है। विश्वासघात और वादाखिलाफी की सजा सबसे बड़ी होती है। प्राकृतिक न्याय सबसे बड़ा होता है।