रायगढ़। जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत करने के लिए शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हमर क्लीनिक और मोबाईल मेडिकल वैन जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। वर्तमान में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (यूपीएचसी) अपने क्षेत्र में अधिक सुविधायुक्त अस्पताल बन गया है जिसके कारण मुख्य अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में मरीजों का दबाव थोड़ा कम हुआ है।
अपने घर के पास अस्पताल होने की वजह से लोग यूपीएचसी में जा रहे हैं और परामर्श ले रहे हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएन केशरी ने बताया: "कोविड संक्रमण काल के बाद से लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आई है। लोग अब बीमारी को घर बैठे बढ़ा नहीं रहे हैं बल्कि स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के लिए वह डॉक्टर्स के पास जाना ज्यादा मुनासिब समझ रहे हैं। ऐसे में हमारी भी यह जिम्मेदारी बनती है कि लोगों के समीप एक हॉस्पिटल जरूर हो भले ही उसका स्वरूप छोटा हो पर सामान्य बीमारियों की इलाज के लिए उन्हें ज्यादा दूर न जाना पड़े। इससे हमारे जिले की बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत होंगी और यही हमारा लक्ष्य है।" हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के बारे में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के शहरी कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. राकेश वर्मा ने बताया: "रायगढ़ शहर में फिलहाल 3 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, 6 हमर क्लीनिक और 6 स्वास्थ्य सुविधा केंद्र चल रहे हैं जिसका लाभ लोगों को मिल रहा है। गांधीनगर यूपीएचसी में मरीजों की काफी तादाद आ रही है और वह स्वस्थ्य होकर जा रहे हैं।"
यह सुविधा रहती है मौजूद
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर अपने क्षेत्र का एक छोटा हॉस्पिटल होता है जिसमें चौबीस घंटे डॉक्टर परामर्श के लिए मौजूद होते हैं। साथ ही यह सेंटर हमेशा खुला रहता है। जहां विशेषज्ञ डॉक्टर्स तो होंगे ही साथ ही फिजियोथेरेपी, 24*7 प्रसव, बच्चों एवं किशोरों की स्वास्थ्य जांच, परिवार नियोजन एव प्रजनन स्वास्थ्य सेवाएं, गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग, संचारी रोगों का प्रबंधन, मानसिक स्वास्थ्य के मरीजों की स्क्रीनिंग और प्रबंधन, मुंह-दांत-आंख-कान-नाक-गला का इलाज, बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं और आपातकालीन सुविधाएं मौजूद होंगी।
हर दिन औसतन 40 मरीज
गांधीनगर यूपीएचसी की डॉ. दिव्या मेरावी ने बताया: "यूपीएचसी में हर दिन 40 से अधिक मरीज आते हैं। 50 के करीब बच्चे वैक्सीन लगवाने हर माह आते हैं। हर महीने की 9 और 24 तारीख को शिविर लगाया जाता है। करीब 35 गर्भवती महिलाएं हमारे केंद्र से सलाह ले रही हैं। उनकी प्राथमिक जांच और स्वास्थ्य की निगरानी हम मितानिन के माध्यम से करते हैं और संभव हो तो सप्ताह में एक बार केंद्र आने को कहते हैं। परिवार नियोजन को लेकर भी लोगों में जागरूकता आई है वह परामर्श के साथ विधि भी अपना रहे हैं। शहर का पिछड़ा क्षेत्र होने के कारण यहां हाई रिस्क मरीज और हाइपर टेंशन के मरीज भी अपेक्षाकृत अधिक है। 30 के करीब हाइपर टेंशन के मरीज हमारे यहां हर माह आते हैं। दो बेड लगे हैं जरूरत पड़ने पर मरीजों को भर्ती किया जाता है। कोशिश रहती है कि सभी का बेहतर तरीके से इलाज हो सके।"
त्वचा रोग संबंधित बीमारियों के लिए कैंप 3 से
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार शहर के तीनों यूपीएचसी में आगामी दिनों में त्वचा रोग संबंधी शिविर लगाए जाएंगे जहां त्चचा रोग विशेषज्ञ द्वारा लोगों को त्वचा रोग संबंधी निशुल्क परामर्थ व उपचार किया जाएगा। रामभांठा यूपीएचसी में 3 अक्टूबर, इंदिरानगर में 8 और गांधीनगर में 11 अक्टूबर को शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस कैंप का आयोजन राष्ट्रीय कुष्ठ उन्नमूलन कार्यक्रम के अंतर्गत किया जा रहा है।