बीजापुर। छुट्टी लेकर अपने घर लौटे एक पुलिस (Police) जवान की हत्या कर दी है. 22 वीं वाहिनी में पदस्थ सीएएफ का जवान आरक्षक अर्जुन कुड़ियम तबियत बिगड़ने से वह मेडिकल लीव पर अपने गृहग्राम धनौरा आए थे. यहां वे अपना ईलाज करा रहे थे. लेकिन गुरुवार दरमियानी रात आरक्षक अर्जुन कोड़ियम की नक्सलियों द्वारा हत्या कर दी गई. जवान के शव को गंगालूर एरिया के मड़कमपारा रेड्डी रोड में फेंक दिया. नक्सलियों ने शव के पास पर्चे भी फेंके हैं. घटना के बाद पुलिस की टीम ने शुक्रवार सुबह जवान के शव को बरामद किया. जिसके बाद शहीद आरक्षक को थाना गंगालूर में अंतिम सलामी दी गई और शव का अंतिम संस्कार किया गया.
बीजापुर एसपी कमलोचन कश्यप ने बताया कि जवान की तबियत ठीक नहीं होने की वजह से दो दिन पहले ही जवान मेडिकल लीव लेकर अपने घर गया हुआ था. इसकी जानकारी नक्सलियों को लग गई. जिसके बाद हथियारबंद नक्सली गुरुवार की दरमियानी रात आरक्षक अर्जुन कोड़ियम को घर से कुछ दूर अकेला पाकर उसे अपने साथ ले गए. नकस्लियों ने धारदार हथियार से उसकी गला रेतकर हत्या कर दी. नक्सलियों ने शव के पास पर्चे भी फेंके हैं. बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने अपने पर्चे में आरक्षक के ऊपर गांव में आकर आदिवासियों की हत्या करने और ग्रामीणों की संपत्ति लूटपाट करना जैसे आरोप लगाए हैं. इसके अलावा पर्चे में लिखा है कि जो भी जनता का दुश्मन बनेगा उसे PLGA के हाथों मौत की सजा मिलेगी. इस तरह के बातों का उल्लेख नक्सलियों ने अपने पर्चे में किया है. हत्या की जिम्मेदारी नक्सलियों के गंगालूर के कमेटी ने ली है.
इधर सुबह पुलिस द्वारा जवान के शव को बरामद करने के बाद शाम को बीजापुर एसपी कमलोचन कश्यप और शहीद जवान के परिजनों के मौजूदगी में गंगालूर थाना परिसर में जवान को सभी पुलिस के आला अधिकारियों और जवानों द्वारा अंतिम सलामी दी गई. जिसके बाद जवान के पार्थिव शरीर को उसके गृह ग्राम धनोरा के लिए रवाना किया गया. इधर इस घटना के बाद परिजनों में गम का माहौल है.