मीडिया घराने की बेशकीमती जमीन पर भू-माफिया की गिद्ध नजर
करोड़ों की जमीन को पानी के भाव खरीदने के लिए काम्प्लेक्स मालिक पर बना रहे दबाव
बेशकीमती जमीन पर एक कांग्रेसी की भी नजर
अखबारनवीश पर बेशकीमती काम्प्लेकस को औने-पौने दाम पर बेचने कांग्रेस के कुछ नेता न सिर्फ दवाव बना रहे हैं साथ ही तरह-तरह की यातनाएं दे रहेहैं। भूमाफियों से सांठ-गांठ कर काम्प्लेक्स पर अनाधिकृत कब्ता करवाने का प्रशश किया जा रहा है। अखबारनवीश के दवाव में नहीं आने पर तरह-तरह के हथकंड़े अपनाए जा रहे हैं। काम्प्लेक्स नहीं बेचने के चलते भूमाफियों को मकान मालिक के पीछे लगा दिया गया है। जिनके द्वारा उन्हे अनेक प्रकार की प्रताडऩा और परेशानी, मानसिक तनाव दिए जा रहा है और बहुत परेशानी पैदा कर रहा है। इस शहर में राजधानी के पत्रकार और संपादक के काम्प्लेस और निजी भूमि पर अगर डॉन माफिया लोग कब्जा करने का प्रयास करते हैं तो आम आदमी की प्रॉपर्टी और संपत्ति की सुरक्षा की जिम्मेदारी और जवाबदारी किसकी होगी? यह पूरा मामला खमारड़ीह थाने का है लेकिन पुलिस संज्ञान नहीं ले रही है।
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। प्रदेश में भू-माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि वो किसी भी निजी या सरकारी जमीन पर कब्जा करने का लाइसेंस ले लिया है। ताजा मामला राजधानी के खम्हारडीह में मीडिया हाऊस की जमीन पर येन-केन प्रकारेण अखबार की जमीन पर कब्जा करने पटवारी और तहसीलदार को राजनीतिक रसूख का दुरूपयोग करते हुए खम्हारडीह में पप्पू फरिश्ता की जमीन से लगे एक पार्टी के जमीन को बलात कब्जा किया फिर डरा धमकाकर बिक्रीनामा बनवा कर पप्पू फरिस्ता के काम्प्लेक्स से लगी जमीन की खरीदी की। अब भू-माफिया अपने मंसूबे पर कामयाब होते हुए पप्पू फरिश्ता की जमीन पर दांत काट कर गिद्ध दृष्टि गड़ाए हुए है। उक्त काम्प्लेक्स से लगी जमीन को जैसे -तैसे कब्जा कर पप्पू फरिश्ता की जमीन की बाउंड्रीवाल तोडऩे का दुस्साहस पर उतारू हो चुका है। जो अधिकारी या पटवारी भू-माफिया की बात नहीं मानता उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर अपने राजनीतिक रसूख का उपयोग कर रहा है। इसीतरह निजी जमीन मालिकों और काम्प्लेक्स के मालिकों की जमीन पर खुली चुनौती देकर कहा है कि उक्त जमीन मुजे बेच दो नहीं तो कब्जा कर लूंगा। करोड़ों की जमीन को पानी के भाव खरीदने के लिए जमीन और क्म्प्लेक्स मालिक पर दबाव बना रहा है।
भू माफिया अखबार के मालिक पत्रकार पप्पू फरिश्ता के कमर्शियल कंपलेक्स जो कि परिवर्तित भूमि के अंतर्गत नक्शा पास टाउन एंड कंट्री प्लानिंग से बैंक फाइनेंस होने के बावजूद डॉन माफिया की हिम्मत देखिए पटवारी को और तहसीलदार को चमका कर काम्प्लेस को हड़पने की साजिश को अंजाम देने के लिए धनबल बाहूबल का उपयोग करने से भी गुरेज नहीं कर रहा है। काम्प्लेक्स हड़पने के मामले को रायपुर एसपी और कलेक्टर को अवगत कराने के पश्चात भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। रायपुर के सबसे प्रमुख अपराधी भू-माफिया डॉन से बिल्डर से लेकर सरकारी प्रोजेक्ट से जुड़े सरकारी जमीनों पर भी हेरफेर कर कब्जा जता रहा है। भू-माफिया के आतंक से निजी जमीन -काम्प्लेक्स मालिक परेशान है। उसकेहो का तब जाकर अपराध दर्ज करने की। पुलिस प्रशासन की इस तरह का बू-माफिया पर महान कृपा इस बात का संकेत है कि पुलिस से बड़़ा भूू-माफिया है। अब रायपुर शहर में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हुए एक पत्रकारअखबार मालिक की कमर्शियल नक्शा पास बिल्डिंग बंधन बैंक में रखी हुई बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किस हद तक जा सकते हैं तो सामान्य आदमी का क्या हाल होगा इससे अंदाजा लगाया जा सकता है
मीडिया घराने की जमीन पर भू- माफिया की टेढ़ी नजर
जनता से रिश्ता विगत 5 वर्षों से शहर में बिल्डर माफियाओं के खिलाफ अवैध निर्माण और अवैध कारनामों का खुलासा अपने अखबार के माध्यम से खबरों के माध्यम से करते आ रहा है इसलिए बिल्डर माफियाओं की लॉबी ने शंकर नगर इलाके के खम्हारडीह मार्ग स्थित बी 5 कॉम्प्लेक्स के पीछे खुला प्लाट खरीद कर सामने की नजूल भूमि को हथियाने के फिराक में जनता से रिश्ता की बिल्डिंग और बाउंड्रीवॉल को तोडऩे की धमकी दी. और जनता से रिश्ता की निजी भूमि की ओर अपना निस्तार खोलने के लिए अनैतिक दबाव और दादा गिरी बनाया जा रहा है. जबकि उपरोक्त भूमि को बिल्डर द्वारा भी-भी खरीदना बताया जा रहा है. और उक्त जमीन के निस्तारी के लिए लगभग 75 फुट का फ्रंट शासकीय जमीन की ओर सड़क की तरफ मिला हुआ है। बिल्डर का काला कारनामा क्या है? कि बिल्डर अपनी निस्तारी जनता से रिश्ता की निजी निस्तारी की ओर खोलना चाहता है। जो एक मौलिक अधिकारों का हनन और दूसरे की जमीन में निस्तारी का अवैध और गैर कानूनी कार्य भी है। जिसे जनता से रिश्ता ने अपने माध्यम से रोकने की कोशिश की और बिल्डर के वकील से भी फोन में बातचीत की। उसके बावजूद बिल्डर के वकील द्वारा अभी तक किसी भी प्रकार की जमीन के कागजात या बिल्डर का नाम और जिसने उपरोक्त भूमि खरीदा है उसका नाम नहीं बताया। दो बार दुकानदार को बिल्डर माफियाओं के दो गुंडे लड़कों ने धमकाया। बिल्डर माफिया को खुला चैलेंज अगर वह किसी प्रकार की जनता से रिश्ता की संपत्ति को नुकसान पहुंचाएंगे और नक्शे से पास की हुई बिल्डिंग को किसी प्रकार का या अखबार की निजी भूमि को दादागिरी से या गुंडागिरी या माफिया गिरी से अवैध कब्जा करने की कोशिश करेंगे तो इन सभी मामलों में उचित कानूनी कार्रवाई करने के लिए जनता से रिश्ता स्वतंत्र है और इसकी शिकायत उच्च स्तर पर की जाएंगी और मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। कानून का सहारा लेकर गुंडे माफिया को हर संभव उनकी औकात और हस्ती दिखाई जाएगी। भेजे गए बिल्डर के गुंडे माफिया के द्वारा बातों-बातों में विनय नाम के किसी बिल्डर का नाम सामने आया, और शहर का पुराना बिल्डर माफिया गैंग का पुराना सरगना बताया जा रहा है। बिल्डर माफियाओं के हौसले इतने बुलंद होते जा रहे है जो एक मीडिया घराने के कॉम्प्लेक्स को निशाना साध कर कब्जाने से बाज नहीं आ रहे है। जनता से रिश्ता किसी बिल्डर माफियाओं से डरने और चमकने वाला नहीं है और बिल्डर माफियाओं के काले कारनामे और काले करतूत का खुलासा अपने अखबार के माध्यम से करते रहेंगे। प्रबंध संपादक ने कहा है कि हम मरते मर जायेंगे पर अपनी एक इंच भी जमीन कब्जाने नहीं देंगे।
पुलिस को अनहोनी का इंतजार
अपराधिक डॉन माफिया और भूमाफिया ने चमका कर और दबाव बनाकर जबरन कमर्शियल कंपलेक्स के आसपास सीमा काम कराने का एक बहाना बनाकर अखबार के दफ्तर की भूमि को हड़पने का नए कारनामे को अंजाम देने आगे बढ़ गया है और पुलिस प्रशासन किसी अनहोनी घटना का इंतजार कर रहा है। भू माफिया अखबार के मालिक पत्रकार पप्पू फरिश्ता के कमर्शियल कंपलेक्स जो कि परिवर्तित भूमि के अंतर्गत नक्शा पास टाउन एंड कंट्री प्लानिंग से बैंक फाइनेंस होने के बावजूद डॉन माफिया की हिम्मत देखिए पटवारी को और तहसीलदार को चमका कर काम्प्लेस हड़पने की तैयारी में है। काम्प्लेक्स हड़पने के संबंध में पूरे मामले को रायपुर एसएसपी और कलेक्टर को अवगत कराने के पश्चात भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं होना भू-माफिया की दबंगई दर्शाता है। इस माफिया से रायपुर के सबसे प्रमुख अपराधी डॉन हर कोई परेशान और डरे हुए हैं । लोग डर के मारे डॉन माफिया के खिलाफ किसी प्रकार का कोई प्रकरण दर्ज नहीं कराकर सभी अधिकारियों के पाले में मामले को डालते जा रहे हैं पुलिस ने इस मामले में पहले ही हाथ झटक दिया है। पुलिस इंतजार कर रही है किसी प्रकार की अप्रत्याशित घटना हो तब जाकर अपराध दर्ज करने की महान कृपा करेंगे ।