छत्तीसगढ़
डबरी निर्माण के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी, जांच में जुटी पुलिस
Shantanu Roy
12 March 2022 6:49 PM GMT

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छत्तीसगढ़
बिश्रामपुर। शासन की योजनाओं में फर्जीवाड़े का एक और मामला प्रकाश में आया है। क्षेत्र की डिजिटल ग्राम पंचायत सिलफली के मटुकधारी नामक ग्रामीण ने अपनी भूमि में डबरी निर्माण के नाम पर करीब तीन लाख रुपये का फर्जीवाड़ा करने का आरोप सरपंच समेत तत्कालीन सचिव व रोजगार सहायक पर लगाते हुए कलेक्टर से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। उसका आरोप है कि उसकी भूमि पर स्वीकृत डबरी का निर्माण किए बगैर राशि का आहरण कर लिया गया है।
ग्राम पंचायत सिलफली निवासी मटुकधारी पिता रामजीत ने सूरजपुर कलेक्टर से उक्ताशय की लिखित शिकायत करते हुए बताया है कि उसके नाम पर डबरी निर्माण के लिए तीन लाख रुपये की स्वीकृति वर्ष 2018-19 में मनरेगा के तहत प्रदान की गई थी। उसकी भूमि पर आज पयर्त डबरी का निर्माण नही किया गया है, जबकि संबंधितों ने फर्जी मस्टररोल के जरिए उसकी भूमि पर स्वीकृत डबरी निर्माण के नाम पर 295680 रुपये का आहरण कर लिया है। शिकायत में कोड क्रमांक व मस्टररोल क्रमांक का भी उल्लेख किया गया है। पीड़ित ग्रामीण ने कलेक्टर से शिकायत की जिला स्तरीय टीम से निष्पक्ष जांच कराकर फर्जीवाड़े में शामिल लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने समेत फर्जीवाड़े से आहरित राशि की वसूली करने की मांग की है।
डिजिटल ग्राम पंचायत सिलफिली के सरपंच पर पूर्व में शौचालय निर्माण एवं 14 वें वित्त योजना की राशि में गड़बड़ी किए जाने की शिकायत की जांच में पुष्टि होने पर जनपद पंचायत सूरजपुर के सीईओ ने सरपंच के विरूद्ध पंचायती राज अधिनियम 1993 की धाराओं के तहत कार्रवाई करने हेतु जांच प्रतिवेदन के साथ प्रकरण को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सूरजपुर को प्रेषित किया जा चुका है।
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत सिलफिली के पूर्व उपसरपंच रूपदेव कुशवाहा ने करीब दो वर्ष पूर्व सरपंच के खिलाफ शिकायत की थी। इसमें सरपंच अजय सिंह नेताम पर शौचालय निर्माण एवं अन्य कायोर् में लाखों रुपए का भ्रष्टाचार किए जाने का उल्लेख किया गया था। शिकायत की जांच के लिए गठित टीम ने जांच में पाया था कि सरपंच द्वारा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजना अंतर्गत 22 हितग्राहियों का शौचालय प्रकरण भेजा है।
निर्माण नहीं होने के बावजूद चार लाख 20 हजार रुपये का आहरण के पद का दुरुपयोग करते हुए उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा किया गया है। इसी प्रकार 13 हितग्राहियों द्वारा स्वयं शौचालय निर्माण किए जाने के बावजूद उन्हें राशि का भुगतान नहीं किया गया है। सरपंच द्वारा 35 हितग्राहियों की नियम विरुद्ध से राशि का आहरण कर गड़बड़ी की गई है।
जांच प्रतिवेदन के आधार पर जनपद पंचायत सूरजपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जांच प्रतिवेदन के साथ अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सूरजपुर को ग्राम पंचायत सिलफिली के सरपंच के विरूद्ध पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 39, 40 व 92 के तहत कार्रवाई हेतु प्रेषित किया था, लेकिन कार्रवाई के नाम पर हीलाहवाला किए जाने के कारण आज पयर्त इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। डबरी निर्माण में फर्जीवाड़े की शिकायत पर सरपंच अजय सिंह नेटी का पक्ष जानने उनके मोबाइल नंबर पर काल किया गया। काल रिसीव नहीं होने के कारण उनका पक्ष नही लिया जा सका।

Shantanu Roy
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