छत्तीसगढ़

युवाओं में संवेदनशीलता का अभाव, असफल प्रेमविवाह का कारण : ठाकुर राम

Nilmani Pal
24 May 2024 5:33 AM GMT
युवाओं में संवेदनशीलता का अभाव, असफल प्रेमविवाह का कारण : ठाकुर राम
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तिल्दा/खरोरा। समीपस्थ ग्राम ताराशिव में राजप्रधान ठाकुर राम वर्मा की अध्यक्षता ग्राम प्रमुख फेकू राम वर्मा,क्षेत्रप्रधान ओमप्रकाश वर्मा ,सरपंच मनीष वर्मा की अगुवाई , विधिविद डी सी वर्मा,अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा महासचिव उमाकांत वर्मा,सलाहकार खेमनाथ नायक के विशिष्ट मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज तिल्दा राज की प्रकरण निदान बैठक स्वामी आत्मानंद विद्यापीठ परिसर में आयोजित की गई।


कार्यक्रम का शुभारंभ माँ महामाया ,ईष्ट देव श्रीराम चन्द्र जी,समाज के आदिपुरुषों की पूजा अर्चना,पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष डॉ.ध्रुवकुमार वर्मा द्वारा रचित व राजमंत्री दौलत धुरंधर द्वारा संयोजित धुन एवं पार्श्व स्वर में जाति गौरव गान से किया गया,महाकाल के मंत्र एवं मौन शान्ति से दिवंगत स्वजातियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वादी-प्रतिवादी की अनुपस्थिति से सम्बद्ध प्रकरणों के अतिरिक्त,पारिवारिक विवादों से सम्बंधित पंजीकृत 29 में से शेष प्रकरणों का निराकरण केंद्रीय व राज कार्यकारणी पदाधिकारियों,सलाहकारों के अलावा राज के 95 ग्रामों से शामिल लगभग एक हजार प्रबुद्ध स्वजातियों के सहयोग से लिखित आचार संहिता के प्रकाश व अक्षरशः परिपालन करते हुए किया गया।

अध्यक्ष की आसंदी से राजप्रधान ठाकुर राम वर्मा ने विवाहोपरांत अल्प अवधि में ही संबंध विच्छेद से सम्बंधित प्रकरणों की सुनवाई के दौरान चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि , इसके मुख्य कारण कम उम्र में ही संस्कारों से विमुख होकर जुनून में प्रेमविवाह , अपरिपक्व बौद्धिक व मानसिक क्षमता ,आवश्यकता से अधिक मोबाइल व टेलीविजन चैनलों पर चलने वाले पारिवारिक विवाद से भरे धारावाहिक हैं । उन्होंने कहा परस्पर प्रेम ,सौहार्द्र,समर्पण,सहनशीलता गंभीरता,संवेदनशीलता का अभाव भी इसके कारण हो सकते हैं ,दुनिया मे सबसे बड़े हितैषी माता-पिता की अवहेलना प्रेमी नवदम्पतियों को भारी पड़ रही है। उन्होंने युवाओं में बढ़ते विजातीय विवाह की पनपती प्रवृत्ति को सामाजिक व्यवस्था पर कुठाराघात निरूपित किया । उन्होंने विषय,आसक्ति नहीं बल्कि परस्पर अंतरंग प्रेम,बेहतर सामंजस्य को सफल दाम्पत्य जीवन का आधार बताया।

सामाजिक सदन को विधिविद पूर्व राजप्रधान डी सी वर्मा ने संबोधित करते हुए समाज में व्याप्त कुरीतियों पर प्रहार करते हुए सामाजिक संविधान में अप्रासंगिक बिंदुओं में आंशिक संशोधन की सलाह देते हुए व्यवस्था में तर्कसंगत नीतिगत सुधार की आवश्यकता पर स्वजातियों का ध्यान आकृष्ट किया। मुख्य संरक्षक महेश नायक ने समाजहित में लिए गए सकारात्मक निर्णयों की प्रशंसा करते हुए ऐतिहासिक, धार्मिक,आध्यात्मिक विरासत से समृद्ध मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज का सेवक होने पर गौरवान्वित होने की बात कही । कार्यवाही संचालन राजमंत्री दौलत धुरंधर, जीवन -ज्योति रक्तदान समिति के प्रदेशाध्यक्ष अनिल वर्मा , युवा महामंत्री डोमार धुरंधर एवं आलोक वर्मा ने किया ।

सरपंच मनीष वर्मा ने दिया 21000/- की प्रोत्साहन राशि

उल्लेखनीय है कि स्वामी आत्मानंद विद्यापीठ ताराशिव से आज पर्यंत 19 बच्चों का चयन जवाहर नवोदय विद्यालय हेतु हो चुका है ,अनोखी अध्यापन शैली ,शिक्षकों ,पालकों के समर्पण से प्रभावित होकर लगातार द्वितीय पाली के सरपंच मनीष वर्मा ने अपनी दादी दिव्यात्मा चितरौतिन वर्मा की स्मृति में संयोजक संतराम वर्मा को शाला संचालन हेतु प्रोत्साहन राशि 21 हजार का चेक प्रदान किया।

उपस्थिति एवं योगदान

उपराजप्रधान प्राणनाथ वर्मा,उपराजमंत्री ज्योति प्रकाश वर्मा,सचिव शिवकुमार वर्मा, महिलाध्यक्ष ममता पैंकरा, उपाध्यक्ष केंवरा वर्मा,कौशल वर्मा,कोषाध्यक्ष डॉ ओ पी वर्मा ,सहसचिव मोहन वर्मा,कार्यालयीन सचिव उदेराम वर्मा,कार्यकारी युवाध्यक्ष दीपक वर्मा,युवा समाज से विश्वनाथ वर्मा,अनिल वर्मा,प्रदीप वर्मा,पुनीत वर्मा, नेमसिंह कटरिया सरपंच खम्हरिया, क्षेत्रप्रधान डोमार वर्मा,पुनीत राम वर्मा,रामगोपाल वर्मा ,नारायण प्रसाद वर्मा ,ग्राम इकाई से फेकूराम वर्मा,दाऊ अरुण धुरंधर,संयोजक विद्यापीठ संतराम वर्मा,जितेन्द्र वर्मा व्याख्याता ,तुलाराम वर्मा प्रधानपाठक,पूर्व सरपंच भुलऊ राम वर्मा,युवा नेता मनीष वर्मा,कृपा राम वर्मा,भारद्वाज वर्मा,राज वर्मा,रक्तदाता आलोक वर्मा,अनिल वर्मा,श्रवण वर्मा,बाहरू वर्मा,रूपेंद्र वर्मा,संतोष नायक, बैसाखू वर्मा,धनंजय वर्मा ,सरवन वर्मा,कुमारी दीक्षा वर्मा ,रोहणी वर्मा,उर्मिला वर्मा,गौतम वर्मा के विशेष योगदान सहित सैकड़ों स्वजातियों की उपस्थिति में कार्यक्रम पूर्ण रूप से सफल रहा।

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