रायपुर। कृति कोविड सेंटर (निःशुल्क) में कोरोना संक्रमित मरीजो के लिए निःशुल्क कोविड, पोस्ट-कोविड परामर्श क्लिनिक ऑनलाइन का आज शुभारंभ किया गया है। इसमें एक्सपर्ट डाॅक्टर्स की टीम कोविड के मरीजो को व कोविड से ठीक हो चुके मरीजो को कोई दिक्कत होने पर लगातार ऑनलाइन चिकित्सीय सलाह दिया जाएगा। डाॅक्टरों के टीम में सर्वश्री डाॅ. कमलेश अग्रवाल, डाॅ. अशोक त्रिपाठी, डाॅ. अखिलेश दुबे, डाॅ. शैलेष खण्डेलवाल एवं डाॅ. शुभकीर्ति अग्रवाल ऑनलाइन परामर्श देंगे। साथ ही संस्था से जुड़े डॉ. गंभीर सिंह, डॉ. सुरेन्द्र शुक्ला, डॉ. जे पी शर्मा, डॉ. ऋषि अग्रवाल, डॉ. मनोज अग्रवाल, डॉ. ललित निहाल, डॉ. तन्मय अग्रवाल, डॉ. नरेंद्र पांडे एवं डॉ. विकास अग्रवाल, डॉ. अंकित खंडेलवाल, डॉ. गुलशन कटियारा व अन्य विषय विशेषज्ञ डॉक्टर प्रदेश व विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के कोरोना मरीजो के सहायतार्थ चिकित्सा परामर्श दिया जायेगा। ऑनलाइन ओ.पी.डी. का समय प्रतिदिन शाम 4.00 बजे से 5.00 बजे तक रहेगा।
ऑनलाइन परामर्श से जुड़ने के लिए संस्था द्वारा जूम ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा जिसका जूम आईडी - 828 8253 0512 व पासवर्ड - 0000 है। जिसमें प्रदेश एवं देश के किसी भी कोने से कोई भी व्यक्ति जुड़कर नि:शुल्क परामर्श ले सकता है।
ऑनलाइन ओपीडी व हेल्प डेस्क ट्रिपल ट्री पर आधारित है। पहला ट्रीटमेंट एंड सर्विलेंस ऑफ पेशेंट, दूसरा ट्रेनिंग ऑफ हेल्थ वर्कर प्राइमरी एवं सेकेंडरी हेल्थ केयर सेंटर, तीसरा टुवर्ड्स वैक्सीनेशन जिसके तहत वैक्सीनेशन की व टीको को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में व स्लम बस्तियों में जो भ्रांतियां हैं उनको दूर कर अधिकाधिक लोगों का टीकाकरण कराना।
कृति कोविड सेंटर (निःशुल्क) में 200 बेड की व्यवस्था है जिसमें 50 बेड ऑक्सीजन की व्यवस्था सहित है। अभी तक 250 से अधिक मरीज पूर्णरूप से स्वस्थ होकर घर जा चुके है वहीं लगभग 50 मरीज अभी भी स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से कोविड की गति में कमी आई है। पाॅजीटिव मरीज की संख्या भी लगातार कम हो रही है ऐसे में सेंटर ने निर्णय लिया है कि सेंटर गांव-गांव के लोगों, कोविड प्रभावित व कोविड से ठीक हुए लोगों को भी ऑनलाइन चिकित्सीय सलाह/सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा। जिसके तहत संबंधित डॉक्टरों को छोड़कर भी विषय विशेषज्ञ डॉक्टर ऑनलाइन उपलब्ध होंगे व वह मरीजों से बात करके सलाह देंगे।
वर्तमान समय में कोरोना का संक्रमण ग्रामीण अंचलों तक फैल हुआ है। शहरों में चिकित्सकीय परामर्श के अनेक अस्पताल, वरिष्ठ डाॅक्टर व माध्यम उपलब्ध है, परन्तु प्रदेश के दूरस्त ग्रामीण क्षेत्रों में इसका अभाव है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित पंचायत भवनों को आइसोलेशन सेंटर में बदल कर वहीं के स्थानीय चिकित्सको की सहायता से कोरोना टेस्ट आदि का प्रशिक्षण दिया जा सकता है। दूरस्थ अंचलो में फैले संक्रमण व ठीक होने के बाद मरीजों को हो रहे परेशानियों व बीमारियों को निःशुल्क कोविड परामर्श क्लिनिक ऑनलाइन के माध्यम से कोरोना संक्रमण को रोकने हेतु जमीनी स्तर पर प्रयास किया जा सकता है।