जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। राजधानी के नेहरु मेडिकल कॉलेज में कोवैक्सीन डोज लगाने का काम सोमवार से शुरु हो जाएगा। इसके साथ ही कोवैक्सीन के 72 हजार से ज्यादा डोज अब इस्तेमाल में लिए जाने लगेंगे। यही नहीं, पहला टीका लगवाने वालों के लिए अब वैक्सीन का विकल्प चुनने का कोई मौका नहीं रहेगा। यानी वैक्सीनेशन बूथ में कोविशील्ड या कोवैक्सीन में जो भी टीका उपलब्ध रहेगा, अब वही लगाया जाएगा।
खबरों के मुताबिक पहले डोज के रूप में कोविशील्ड लगवा चुके लोगो को दूसरे टीके के रूप में कोविशील्ड ही लगाई जाएगी। प्रदेश में अब तक 7.74 लाख से ज्यादा लोगो को पहले और दूसरे डोज के रूप में कोविशील्ड लगाई जा चुकी है। इसमें हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर के अलावा 60 या 60से अधिक उम्र के लोगो के अलावा गंभीर बीमारियों से पीडि़त 45 से 59 साल के लोग भी शामिल है।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमरसिंह ठाकुर के मुताबिक फिलहाल सोमवार को नेहरू मेडिकल कॉलेज से कोवैक्सीन लगाने की शुरूआत की जा रही है। इसके बाद प्रदेश के अन्य जिलों और सेंटर पर भी ये टीका लगाया जाना शुरु हो जाएगा। तीसरे ट्रायल के नतीजे आने से पहले कोवैक्सीन लगाने से पहले सहमति पत्र भरने का प्रोटोकाल था, लेकिन अब ट्रायल के परिणाम आने के बाद फॉर्म भरना जरूरी नहीं होगा।
बारी आने पर सीएम भी लगवाएंगे टीका
इधर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे मंत्री भी वैक्सीनेशन करवा ने लगे हैं अच्छी बात है। वे कब लगाएंगे ? .ह पूछने पर कहा कि उनकी बारी आने पर लगवाएंगे। बता दे किं बीते दो दिनों में सरकार के दो मंत्री रविंद्र चौबे और कवासी लखमा कोवैक्सीन लगवा चुके हैं। दूसरी ओर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि अभी मैं संक्रमित हूं, ठीक होने के बाद मैं भी वैक्सीन लगवाउंगा। बता दें कि बजट सत्र के दौरान स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल कोरेाना पॉजिटिव हो गए थे। दो विधायक भी पॉजिटिव हुए हैं।
भूपेश ने कहा- प्रदेश में लाकडाउन नहीं
छत्तीसगढ़ में लाकडाउन की चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्पष्ट किया है कि छत्तीसगढ़ मेें लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। इससे गरीबों और मध्यम वर्गों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अगर छत्तीसगढ़ में कोरोना के केस बढ़ते भी हैं तो लोगों को लापरवाही छोडऩी चाहिए।
443 लोगों पर कार्रवाई, वसूले जुर्माना
निगम के जोन अमलों ने शनिवार को भी शहर के अलग-अलग इलाकों में कार्रवाई की। इस दौरान 400 से ज्यादा लोगों से जुर्माना वसूला गया। अभियान के तहत निगम जोन-3 की टीम ने 130 लोगों से मास्क नहीं पहनने पर 7650 रुपए जुर्माना वसूला। जोन-2 ने प्रमुख सड़कों और बाजार वाले इलाकों में अभियान चलाया। दिनभर चली कार्रवाई में 156 लोग बिना मास्क मिले। सभी लोगों से 12200 रुपये जुर्माना वसूला गया। इसी तरह जोन-4 की टीम ने 102 लोगों से 8300 तथा जोन-7 की टीम ने अग्रसेन चौक पर बिना मास्क मिले 55 लोगों से 5500 रुपये जुर्माना वसूला और भविष्य के लिये कड़ी चेतावनी दी गई।
फिर बढऩे लगे संक्रमित , 543 नए केस
प्रदेश में शनिवार को कोरोना के 543 नए संक्रमित मिले हैं। रायपुर में 206 को कोरोना पॉजिटिव निकला है। पिछले 24 घंटे में राजधानी में दो समेत 6 मौतें हुई हैं। मार्च के दूसरे सप्ताह में अब तक 22 सौ से ज्यादा नए संक्रमित मिल चुके हैं। मार्च का दूसरा हफ्ता घातक साबित हो रहा है। इस दौरान न केवल कोरोना केस बढ़े बल्कि मौत के आंकड़ें भी लगातार बढ़ रहे हैं। अब तक 26 से ज्यादा मौत हो चुकी है। मार्च के पहले हफ्ते के 1504 केस सामने आए थे। दूसरे सप्ताह में संक्रमितों की संख्या 22 सौ से ज्यादा बढ़ चुकी है, जबकि अभी हफ्ते का एक दिन गुजरना बाकी है। राजधानी के अलावा दुर्ग में भी संक्रमितों की संख्या एक बार फिर बढ़ी है। इसी तरह पहले हफ्ते की तुलना में दूसरे हफ्ते में मौत के मामले भी बढ़े हैं। मार्च के प्रथम सप्ताह में जहां 16 मौत दर्ज हुई, वहीं 8 मार्च से 13 मार्च के बीच ये तादाद 26 से अधिक पहुंच चुकी है।
राजधानी में ही मिले 200 नए मरीज
रायपुर में 67 दिन बाद कोरोना के 200 से अधिक मरीज मिलने के साथ ही संक्रमण तेज होने का खतरा बढ़ गया है। 5 जनवरी को 200 से अधिक केस मिले थे। उसके बाद लगातार संक्रमितों का आंकड़ा कम होता गया। मार्च के पहले हफ्ते से केस बढऩे लगे। अब संख्या दो सौ के पार 206 पहुंच गई। हालांकि शनिवार को छुट्?टी के दिन कम जांच होती है। इसके बावजूद इतने कोरोना पॉजिटिव मिलने से स्वास्थ्य और जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। पिछले दो महीने में संक्रमितों की संख्या 40-45 पहुंच गई थी। इस वजह से आम लोगों के साथ-साथ स्वास्थ्य और प्रशासनिक अमला भी सामान्य स्थिति में लौटने लगा था। पिछले 15 दिनों में केस अचानक बढ़ गए हैं। रायपुर में सबसे अधिक केस सिविल लाइंस, अमलीडीह, पंडरी, मोवा, शंकर नगर , गीतांजलि नगर, राजेंद्र नगर, शैलेंद्र नगर, पचपेड़ी नाका जैसे पॉश इलाकों में सामने आए हैं। इन इलाकों में 90 से ज्यादा संक्रमित मिले हैं। सबसे ज्यादा अमलीडीह में 14 संक्रमित हुए हैं। इसी इलाके के चार परिवारों में 8 पॉजिटिव निकले हैं। सिविल लाइंस में दो परिवारों में 5 से ज्यादा केस मिले हैं। शंकर नगर में भी 12 से अधिक केस मिले हैं। राजेंद्र नगर, पंडरी और मोवा में भी 10-10 से ज्यादा पॉजिटिव सामने आए हैं। ज्यादातर केस में परिवार में दो से अधिक सदस्य पॉजिटिव हुए हैं।