बिलासपुर। नामांतरण और राजस्व दस्तावेज सुधरवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने का आरोपित कोटवार फरार हो गया है। रतनपुर पुलिस खोजबीन में जुटी है। पुलिस ने अपने मुखबिरों को अलर्ट कर दिया है। आसपास नजर आने पर पुलिस को तत्काल सूचना देने के लिए कहा गया है। रतनपुर क्षेत्र के बछालीखुर्द में रहने वाले सहदेव राज किसान हैं। उनकी पत्नी अल्का राज गांव की सरपंच हैं। सहदेव ने अपनी शिकायत में बताया कि गांव के कोटवार राजेश कुमार गंधर्व ने किसानों से किसान किताब बनवाने, नामांतरण कराने और राजस्व दस्तावेज में सुधार करवाने के लिए पैसे लिए हैं।
इसके बाद उसने गांव वालों का काम नहीं करवाया है। कोटवार ने गांव के रामप्रसाद, भरत व प्रीति बाई विश्वकर्मा से 24 हजार, जगमोहन विश्वकर्मा से नौ हजार 500 रुपये, अमरूत यादव से चार हजार रुपये, कार्तिक जायसवाल से आठ हजार रुपये, गणेश राम गोंड़ से आठ हजार रुपये, लक्ष्मण जगत से 10 हजार रुपये, दिलीप केंवट से 10 हजार रुपये, उमेश्वर तिवारी से तीन हजार रुपये, रमाशंकर यादव से 11 हजार रुपये, रूपकुंवर गोंड़ से दो हजार रुपये, रामधुन पोर्ते से 18 हजार रुपये व हीरासिंह गोंड़ से 15 हजार रुपये लिए हैं।
रुपये लेने के बाद वे गांव वालों का काम नहीं कर रहा था। किसानों ने इसकी जानकारी गांव के सरपंच को दी। इस पर सरपंच ने उसे समझाइश देकर ग्रामीणों का काम करवाने कहा। साथ ही उसे गांव वालों के रुपये वापस करने की बात कही। इसके बाद भी वह गांव वालों का काम नहीं करा रहा था। सरपंच के पति ने गांव वालों के साथ थाने पहुंचकर इसकी शिकायत रतनपुर थाने में की थी। अपराध दर्ज होने की सूचना मिलते ही आरोपित कोटवार राजेश गंधर्व फरार हो गया है। पुलिस की टीम पकड़ने पहुंची तब कोटवार नहीं मिला। रतनपुर थाना प्रभारी यूएन शांत कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार किया जाएगा।