कोरिया जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने ली साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक
कोरिया। जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चर्तुवेदी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय सीमा की बैठक आहूत की गई। बैठक में डॉ. आशुतोष चर्तुवेदी ने मुख्यमंत्री की घोषणाओं के तहत स्वीकृत विभिन्न निर्माण कार्यों की जानकारी लेते हुए प्रारंभ एवं स्वीकृत कार्यों को गुणवत्ता पूर्ण समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने जन चौपाल, जन शिकायत, पीजी पोर्टल के माध्यम से प्राप्त आवेदनों का विभागवार समीक्षा करते हुए समय सीमा में निराकरण करने तथा उच्च न्यायालय के प्रकरणों में समय पर जवाब दावा प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चर्तुवेदी ने बैठक में स्कूल जतन योजना के अंतर्गत चल रहे निमार्ण कार्यो की प्रगति की जानकारी लेते हुए कार्यो को प्राथमिकता से शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्वाचन से संबंधित तैयारियों तथा मतदान केंद्रों का सत्यापन की जानकारी लेते हुए मतदान केन्द्रों में सभी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने तथा सभी विभाग प्रमुखों से अधिकारियों कर्मचारियों की पी.पी.ई.एस. की प्रविष्टि शीघ्र पूर्ण कराने को कहा। उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को जल जीवन मिशन के अंतर्गत चल रहे कार्यों में प्रगति लाने को कहा। मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. चर्तुवेदी ने विद्युत विभाग के अधिकारी से बिजली बिल एवं लो वोल्टेज की समस्या से ग्रामिणों को राहत दिलाने हेतु समय पर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से आयुष्मान कार्ड बनाने में प्रगति लाने के निर्देश दिए जिससे अधिक से अधिक लोगो को आयुष्मान कार्ड का लाभ मिल सकें।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. चतुर्वेदी ने सहकारिता विभाग के अधिकारी से खाद बीज की उपलब्धता तथा वितरण की जानकारी लेते हुए शासन के मापदण्ड के अनुरूप कृषकों को वर्मी कम्पोस्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने गोबर खरीदी में प्रगति लाने तथा सक्रिय गौठानो में नियमित गोबर खरीदी करने निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। समय सीमा की बैठक में डॉ. चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, हॉट बाजार क्लिनिक, शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों से क्षेत्र भ्रमण के दौरान स्कूलों, छात्रावास, आश्रमों का नियमित निरिक्षण करने के निर्देष दिए।