कोरिया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों में 10 प्रतिशत की सीमा शिथिल करने के निर्णय से अविनाश लकड़ा और उनके परिवार को जीवन निर्वाह का सहारा मिल गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए अविनाश कहते हैं कि मुख्यमंत्री बघेल के नेतृत्व में शासन द्वारा लिये गये निर्णय के फलस्वरूप उन्हें मिली अनुकंपा नियुक्ति उनके परिवार का संबल बनी है।
अविनाश बताते हैं कि उनकी माता स्व. रजनी टोप्पो एकीकृत बाल विकास परियोजना लुण्ड्रा में पदस्थ थी। 21 जुलाई 2019 को उनका आकस्मिक निधन हो गया। मातृछाया से वंचित अविनाश को माता का ही आशीर्वाद मिला और छत्तीसगढ़ शासन की कल्याणकारी नीति एवं महिला बाल विकास विभाग के सहयोग से अनुकंपा नियुक्ति को जरिये आजीविका का साधन मिला।
जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग मनोज खलखो ने बताया कि जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग सरगुजा में चतुर्थ श्रेणी का पद रिक्त नही होने के कारण अनुकम्पा नियुक्ति के संबंध में जारी एकजाई पुनरीक्षित निर्देश 2013 के कण्डिका-15(9) के अनुसार अविनाश लकड़ा माता स्व. श्रीमती रजनी टोप्पो, पर्यवेक्षक, नियमित स्थापना, एकीकृत बाल विकास परियोजना, लुण्ड्रा के सेक्टर लुण्ड्रा, जिला सरगुजा का भृत्य के पद पर अनुकम्पा नियुक्ति किये जाने हेतु प्रकरण प्राप्त हुआ। प्रकरण पर उचित कार्यवाही हेतु छत्तीसगढ़ शासन, सामान्य प्रशासन विभाग, मंत्रालय महानदी भवन, नया रायपुर द्वारा जारी संशोधित परिपत्र में निहित प्रावधान तथा जिला स्तरीय अनुकम्पा नियुक्ति हेतु गठित समिति के अनुशंसा अनुसार एवं कलेक्टर श्याम धावड़े के मार्गदर्शन में अविनाश लकड़ा को कार्यालय परियोजना अधिकारी, एकीकृत बाल विकास परियोजना मनेन्द्रगढ़ जिला कोरिया में भृत्य के पद पर अनुकम्पा नियुक्ति दी गई है।