पद्मश्री डोमार सिंह कुंवर के बारे में जाने सब कुछ, 12 साल की उम्र से कर रहे नाच
बालोद। बालोद जिला निवासी छत्तीसगढ़ी नाट्य नाच कलाकार डोमार सिंह कुंवर ने बालोद जिला सहित पूरे राज्य को गौरवान्वित किया है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों के ऐलान किया गया है। इस पुरस्कार के लिए नामों की घोषणा की गई है। इस बार कुल 106 पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया गया है। जिसमे बालोद जिले के ग्राम लाटाबोड़ निवासी छत्तीसगढ़ी नाट्य नाच कलाकार डोमार सिंह कुंवर को कला के क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा।
इन खबर से जिले में खुशियों की लहर दौड़ पड़ी है। वहीं इस बड़ी उपलब्धि पर सीएम बघेल ने भी ट्वीट कर बधाई दी है। बता दें कि डोमार सिंह कुंवर नृत्य कला के साधक एवं मशहूर कलाकार हैं। इन्होंने देश से लेकर विदेशों तक ख्याति प्राप्त की है। ये 12 साल की उम्र से ही नाट्य मंच पर उतर गए थे।
छत्तीसगढ़ी हास्य गम्मत नाचा कला विधा को 47 साल से परी और डाकू सुल्तान की भूमिका निभाकर जिंदा रखे हुए हैं। इस 76 साल की उम्र में डोमार सिंह ने नाचा गम्मत को न सिर्फ जिया है, बल्कि अपने स्कूल से लेकर दिल्ली के मंच पर मंचन किया है। छत्तीसगढ़ के कुल 3 कलाकारों को इस बार पद्मश्री मिलेगा। काष्ठ कला के लिए अजय कुमार मंडावी, कला के क्षेत्र में डोमार सिंह कुंवर और पंडवानी गायिका उषा बारले को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।