छत्तीसगढ़

राजधानी में नहीं रुक रही चाकूबाजी, पुराने मामले में भिड़े हिस्ट्रीशीटर...

Nilmani Pal
24 Jan 2022 5:42 AM GMT
राजधानी में नहीं रुक रही चाकूबाजी, पुराने मामले में भिड़े हिस्ट्रीशीटर...
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पुलिस ने मामले में सामान्य मारपीट का केस दर्ज किया

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। सिद्धार्थ चौक के पास शनिवार रात 8 बजे एक युवक पर हिस्ट्रीशीटर ने चाकू से हमला कर दिया। पुरानी बातों को लेकर विवाद में आरोपी ने कलाई पर चाकू से दो बार हमला किया और फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। हिस्ट्रीशीटर ने दो साल पहले भी गोली चलाई थी। वह हत्या के मामले में जेल जा चुका है।

चर्चा है कि हिस्ट्रीशीटर और नेहरूनगर के एक बड़े गांजा तस्कर के बीच अवैध कारोबार को लेकर विवाद चल रहा है। दोनों में वर्चस्व की लड़ाई है। दोनों के विवाद का ऑडियो भी वायरल हुआ है। हालांकि पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर पर सामान्य मारपीट का केस दर्ज किया है। चाकूबाजी की गंभीर धाराएं नहीं लगाई है। पुलिस ने बताया कि कालीबाड़ी का अब्दुल फारुख ड्राइवर है। वह शनिवार को संजय नगर की ओर जा रहा था। सिद्धार्थ चौक से पहले तालाब के पास नेहरुनगर का मुकेश गुप्ता उर्फ बानिया ने उसे रोक लिया। पुरानी बातों को लेकर वह फारुख से विवाद करने लगा। उसके साथी भी मौके पर आ गए। इसी दौरान मुकेश ने चाकू निकाल फारुख पर हमला कर दिया। कलाई पर दो बार चाकू से हमला करने के बाद भाग निकला।

वर्चस्व की लड़ाई में विवाद शुरू : चर्चा है कि नेहरुनगर इलाके में जुआ, सट्टा और नशे का रैकेट चला रहा है। मुकेश भी वहां नशे का कारोबार चलाना चाहता है। इसी बात को लेकर दोनों में वर्चस्व की लड़ाई चल रहा है। दोनों बदमाशों के खिलाफ कोतवाली समेत शहर के कई थानों में केस दर्ज हैं। दोनों कई बार जेल जा चुका हैं। जेल से छूटने के बाद दोनों फिर से अवैध काम करने लगे हैं।

एक साल में चाकूबाजी की 280 वारदात

कोरोना काल में चाकूबाजी अचानक बढ़ गई है। 100-50 रुपए लूटने के लिए भी युवक चाकू चलाने से नहीं चूक रहे। 365 दिन में 280 चाकूबाजी की वारदातें और 56 हत्याएं हो चुकी हैं। क्योंकि कैसा भी स्टाइलिश और बटनदार चाकू युवकों को घर बैठे मिल रहा है। किसी भी शॉपिंग साइट पर जाकर आर्डर देने पर 5 दिन में मनपसंद चाकू हाथों में पहुंच रहा है। पुलिस के अफसर इस बात से भी हैरान हैं कि चाकूबाजी की 60 फीसदी वारदातों में ऐसे युवक शामिल हैं, जिनका पिछला कोई रिकार्ड नहीं है। यानी वे आदतन अपराधी नहीं है। चाकूबाजी की 90 फीसदी वारदातों के पीछे कोई बड़ा कारण सामने नहीं आया है। ज्यादातर वारदातों में 100-50 रुपए लूटने के लिए युवकों ने चाकू चला दिया। पुलिस की जांच में जब युवकों की हिस्ट्री चेक की गई और ये पता लगाया गया कि आखिर युवकों को चाकू कहां से मिल रहे हैं? तब पता चला कि युवक ऑनलाइन शॉपिंग साइट में जाकर मनपसंद और बटनदार चाकू मंगवा रहे हैं। आर्डर देने के चार-पांच दिनों में ही चाकू युवकों के हाथों में पहुंच रहा है। इस तथ्य के सामने आने के बाद पुलिस ने ऑनलाइन सप्लाई करने वाली कंपनियों को नोटिस जारी कर ब्योरा मांगा कि आखिर किस-किस ने और क्यों चाकू के आर्डर दिए हैं। ज्यादातर कंपनियों ने इसका ब्योरा नहीं दिया। जिन कंपनियों ने ब्योरा उपलब्ध कराया, पुलिस ने उसके आधार पर आर्डर देने वाले का पता लगाया। उन्हें नोटिस भेजकर चाकू तुरंत जमा करने को कहा। ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई। उसके बाद पिछले साल में केवल एक कंपनी के माध्यम से मंगवाए गए 697 चाकू जब्त किए गए। बाकी कंपनियों ने ब्योरा नहीं दिया, इस वजह से यह पता नहीं चल पा रहा है कि किन-किन लोगों ने चाकू मंगवाया है।

धारदार चाकू के साथ युवक गिरफ्तार

थाना देवेन्द्रनगर पुलिस की टीम द्वारा पंडरी कपड़ा मार्केट स्थित वाहन पार्किंग स्थल में धारदार चाकू लहराते आरोपी समीर खान उर्फ काया को गिरफ्तार किया। आरोपी युवक के पास से एक नग धारदार चाकू जब्त किया गया है। उसके विरुद्ध देवेन्द्रनगर थाना पुलिस ने धारा 25,27 आम्र्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।

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