छत्तीसगढ़
केजरीवाल चुनाव पर खेलते है भावनात्मक कार्ड : सीएम भूपेश बघेल
Shantanu Roy
27 Oct 2022 1:47 PM GMT
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छग
रायपुर। अंबेडकर जी और भगत सिंह की तस्वीर लगाकर केजरीवाल प्रेस वार्ता कर रहे थे तो क्या उन महा पुरुषों की विचारधार यही थी। केजरीवाल को जहां चुनाव लड़ना होता हैं वहां वे भावनात्मक कार्ड खेलते हैं। ये जो कहते हैं वो करते नहीं हैं: दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल बयान पर छत्तीसगढ़ CM भूपेश बघेल
अंबेडकर जी और भगत सिंह की तस्वीर लगाकर केजरीवाल प्रेस वार्ता कर रहे थे तो क्या उन महा पुरुषों की विचारधार यही थी। केजरीवाल को जहां चुनाव लड़ना होता हैं वहां वे भावनात्मक कार्ड खेलते हैं। ये जो कहते हैं वो करते नहीं हैं: दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल बयान पर छत्तीसगढ़ CM भूपेश बघेल pic.twitter.com/pOXOGS8txn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 27, 2022
छत्तीसगढ़ राज्य का 44 प्रतिशत भू-भाग वनों से आच्छादित है। 42 तरह की जनजातियां प्रदेश में निवास करती हैं। इन सभी जनजातियों के अपने-अपने तीज-त्यौहार हैं, अपनी-अपनी संस्कृति है, अपनी-अपनी कला परंपराएं हैं। इन्हीं सबसे मिलकर छत्तीसगढ़ राज्य की सुंदर संस्कृति और परंपराओं का निर्माण होता है। छत्तीसगढ़ में जनजातियों की जनसंख्या कुल जनसंख्या का 31 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की आदिवासी संस्कृति एवं सभ्यता को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है। इसी कड़ी में राज्य में तीसरी बार आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल की पहल पर नेशनल ट्राइबल डांस फेस्टिवल के रूप में एक बहुत महत्वपूर्ण परंपरा की शुरुआत छत्तीसगढ़ में की गई है। यह प्रयास न केवल छत्तीसगढ़ के लिए, बल्कि देश और पूरी दुनिया के जन-जातीय समुदायों के आपसी मेलजोल, कला-संस्कृतियों के आदान-प्रदान के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध साबित हो रहा है।
इस आयोजन में भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के जनजातीय कलाकारों की टीमों के साथ-साथ 09 देशों के जनजातीय कलाकारों की टीमें भी शामिल हो रही हैं। इस वर्ष यह आयोजन 01 नवंबर से शुरू हो रहा है। यह छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की तारीख भी है। रायपुर में राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव का आयोजन तीन दिनों तक किया जाएगा। इस आयोजन में 1500 जनजातीय कलाकार शामिल होंगे। इनमें से 1400 कलाकार भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के हैं, और 100 कलाकार विदेशों के होंगे। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का यह तीसरा आयोजन है। पिछले वर्ष इस आयोजन में 12 देशों ने रुचि ली थी, जिनमें से 07 ने इसमें हिस्सा लिया था। इस साल 26 देशों ने रुचि प्रदर्शित की है, इनमें से 09 देश इस महोत्सव में शामिल होने जा रहे हैं। इस आयोजन में मोजांबिक, मंगोलिया, टोंगो, रशिया, इंडोनेशिया, मालदीव, सर्बिया, न्यूजीलैंड और इजिप्ट के जनजातीय कलाकार हिस्सा लेंगे।
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