कर्नाटक की टीम छत्तीसगढ़ में, आंगनबाड़ी केन्द्रों में दी जा रही सुविधाओं की सराहना की
दुर्ग। टाटा ट्रस्ट, यूनिसेफ एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के समन्वय से कर्नाटक राज्य की टीम ने दुर्ग जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में संचालित विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन किया। इस टीम का प्रतिनिधित्व प्रभाकर, उप संचालक, कर्नाटक राज्य महिला एवं बाल विकास विभाग कर रहे थे। टीम में कर्नाटक राज्य के 02 परियोजना अधिकारी, टाटा ट्रस्ट एवं सी. एल. आर. के प्रतिनिधि सम्मिलित थे। इस टीम ने सर्वप्रथम ग्राम मोहलई में संचालित आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र का अवलोकन किया। अवलोकन के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को दिए जा रहे नाश्ता एवं पौष्टिक आहार के निरीक्षण के साथ-साथ आंगनबाड़ी केन्द्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा बच्चों साथ कराई जा रही ईसीसीई गतिविधियों का भी अवलोकन किया गया । भ्रमण के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्र में उपस्थित 03-06 वर्ष के बच्चों के द्वारा रोचक तरीके से कविताएं एवं बालगीत सुनाए गए। टीम के सदस्यों ने स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्रियों से निर्मित छत्तीसगढ़ व्यंजनों का भी स्वाद लिया। टीम के द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्र में जनसहयोग से निर्मित सुपोषण वाटिका का भी निरीक्षण किया गया तथा वहाँ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा लगाए गए सब्जियों एवं फलों के बारे में जानकारी ली गई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा अवगत कराया गया कि सुपोषण वाटिका में लगाए गए सब्जियों एवं फलों का उपयोग आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों तथा माताओं के लिए किया जाता है।
इसके अतिरिक्त कार्यकर्ता ने यह भी बताया कि स्थानीय गौठान से प्रतिदिन बच्चों के लिए दूध की आपूर्ति निःशुल्क की जाती है। इससे बच्चों में कुपोषण को दूर करने में मदद मिलती है। इसके उपरांत टीम के द्वारा ग्राम कोटनी स्थित आंगनबाड़ी केन्द्रों का भी भ्रमण किया गया गया। इस दौरान टीम ने आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की शारीरिक गतिविधियों, बौद्धिक गतिविधियों के साथ-साथ संवेगात्मक विकास से संबंधित गतिविधियों का भी अवलोकन किया। टीम के द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों को दिए जा रहे भोजन तथा खाद्य सामग्री की गुणवत्ता का भी अवलोकन किया एवं उसकी सराहना की। टीम के द्वारा स्थानीय सरपंच श्री मनोज साहू के साथ ग्राम कोटनी के गौठान का भी अवलोकन किया एवं गाँवों का भ्रमण करते हुए गर्भवती माताओं / कुपोषित बच्चों के घर भी गृहभेंट करते हुए विभागीय योजनाओं से प्राप्त होने वाली लाभों के संबंध में चर्चा भी की गई। स्थानीय भ्रमण के उपरांत टीम के द्वारा जिला कार्यालय महिला एवं बाल विकास विभाग में उपस्थित होकर पावर प्वाईंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जिले में संचालित में विभिन्न गतिविधियों का भी अवलोकन किया। संपूर्ण कार्यक्रम के उपरांत कर्नाटक राज्य की टीम के द्वारा जिले में संचालित ईसीसीई गतिविधियों के साथ-साथ मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान सुपोषण वाटिकाओं, गौठानों एवं सामुदायिक सहयोग की सराहना करते हुए इन नवाचारों को कर्नाटक राज्य में भी लागू करने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने की बात कही गई। टीम के भ्रमण के दौरान विपिन जैन, जिला कार्यक्रम अधिकारी, सेक्टर रसमड़ा की पर्यवेक्षक शशि रैदास, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं यमुना साहू, ज्योति ठाकुर, रतनी ठाकुर, बच्चों की मातायें, महिला स्व सहायता समूह के सदस्य तथा स्थानीय मितानीन भी उपस्थित थे।