कांकेर : समस्याओं के निराकरण के लिए 28 क्लस्टर में लगाई जायेगी जनचौपाल
रायपुर। आम जनता की समस्याओं की निराकरण के लिए जिले में जनचौपाल लगाया जाएगा, इसके लिए 28 क्लस्टर बनाये जायेंगे। ग्रामीण सचिवालयों को सक्रिय करने के निर्देश भी दिये गये हैं। कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने आज समय सीमा की बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले एसडीएम, जनपद सीईओ सहित कार्यालय प्रमुख अधिकारियों को पुरस्कृत किया जायेगा। जिले के पात्र दिव्यांग युवक-युवतियों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराने के लिए समाज कल्याण विभाग के उप संचालक को कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया। उल्लेखनीय है कि समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए बैंकिंग, रेलवे, व्यापम तथा राज्य सिविल सेवा जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 60 दिवसीय निःशुल्क कोचिंग क्लासेस का संचालन रायपुर में किया जा रहा है।
अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग के बालक-बालिकाओं का स्थाई जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए पुनः अभियान चलाया जायेगा, इसके लिए अधिकारियों को कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया है। सेवा निवृत्त शासकीय सेवकों का पेंशन प्रकरण बनाने तथा रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के तर्ज पर शहरी गौठानों को विकसित करने के लिए भी कार्ययोजना बनाने हेतु अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। पेयजल एवं विद्युत की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बिगड़े हैण्डपंपों, बोर, नल-जल योजना तथा बिगड़े ट्रांसफार्मर की जानकारी अविलंब उपलब्ध कराने हेतु जनपद सीईओ को निर्देशित किया गया है। बैठक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के कार्यों की भी समीक्षा की गई तथा इसमें अधिक से अधिक श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कहा गया। कोयलीबेड़ा एवं कांकेर विकासखण्ड में मनरेगा के कार्यों में लक्ष्य की तुलना में कम मजदूर होने पर जनपद सीईओ के प्रति नाराजगी व्यक्त की गई।
कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालयों में निर्माण कार्यो की समीक्षा करते हुए सभी कार्यों को गुणवत्ता के साथ शीघ्र पूरा करने, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन अंतर्गत कचरा शेड निर्माण कार्य एवं सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने के लिए भी निर्देशित किया गया। नरवा विकास योजना के कार्य में तेजी लाने तथा अमृत सरोवर योजना अंतर्गत स्वीकृत सभी कार्यों को शीघ्र पूरा कराने कहा गया। गोधन न्याय योजनांतर्गत गौठानों में गोबर की खरीदी, उससे वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण व उसका विक्रय, गोमूत्र से ब्रह्मास्त्र का निर्माण और उसका विक्रय की समीक्षा भी किया गया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।