कांकेर कलेक्टर ने किया गौठान पहुंचकर कार्यक्रम के प्रगति की समीक्षा
कांकेर। कलेक्टर चन्दन कुमार ने जिले के गौठानों के लिए चरवाहा की व्यवस्था करने हेतु नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया है। गौठान पहुंच कार्यक्रम के प्रगति की विस्तृत समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि शासन द्वारा प्रथम एवं द्वितीय चरण के प्रत्येक गौठान को प्रतिमाह 10 हजार रूपये की सहायता उपलब्ध कराई जाती है, जिसमें से चरवाहा को प्रतिमाह 03 हजार रूपये का मानदेय दिया जा सकता है, इसके अलावा गौठान का जो गोबर होगा, उसे भी बेचकर चरवाहा आमदनी प्राप्त कर सकता है। गोधन न्याय योजनांतर्गत सभी गौठानों में गोबर की खरीदी सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि गौठानों में ही गोबर की खरीदी किया जावे। गोबर खरीदी के लिए पंजी संधारित करने और हितग्राही के कार्ड में भी गोबर विक्रय को दर्ज करने की हिदायत दी गई। गौठानों में पशुओं के लिए पीने के पानी एवं चारा के लिए पैरा की व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा गौठान में पशु पंजी बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया, साथ ही अच्छा कार्य करने वाले गौठानों को मल्टी एक्टीविटी सेंटर के रूप में विकसित करने के लिए निर्देशित किया गया। गौठानों के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी और सचिव का कार्य संतोषजनक नहीं पाये जाने पर उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की चेतावनी भी उनके द्वारा दी गई। गौठान समिति का सदस्य सक्रिय नहीं होने की दशा में उनके स्थान पर अन्य सदस्य नियुक्त करने के लिए भी कहा गया।
कलेक्टर चन्दन कुमार द्वारा जिले के गौठानों में किये जा रहे विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत समीक्षा की गई तथा उपलब्धियों एवं खामियों की जानकारी लिया गया और सभी नोडल अधिकारियों को 25 अप्रैल तक पुनः अपने-अपने गौठान का निरीक्षण करने के निर्देश दिये गये हैं। गौठानों में कार्यरत महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों को क्लस्टर बनाकर एफ.एल.सी.आर.पी. एवं आर.व्ही.के. तथा वर्मी कम्पोस्ट बनाने की विधि का प्रशिक्षण प्रदान करने के निर्देश दिये गये। श्रमदान कर गौठानां का परम्परागत तरीके फेंसिंग कराने के लिए भी कहा गया।