रायपुर (जसेरि)। छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के दो अधिकारियों के बीच गुरुवार को मारपीट हो गई। मामला सिविल लाइन थाने पहुंचा जहां दोनों पक्षों ने शिकायत दर्ज कराने आवेदन दिया लेकिन पुलिस नेसंपदा अधिकारी सिराजुद्दीन के आवेदन पर मामला दर्ज किया है जबकि दूसरे शिकायत कर्ता राजेश नायर के आवेदन पर कोई शिकायत दर्ज नहीं की। छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी मोहम्मद सिराजुद्दीन ने जनसंपर्क के प्रभारी राजेश नायर पर आरोप लगाया है। उसने शिकायत में कहा कि 4 फरवरी को शाम वरदान हास्पिटल के पास केंटीन में खाना खाने जाते समय मेरा रास्ता रोककर 10 लाख रुपए मांगकर जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने कहा कि तुम्हारा प्रमोशन होने वाला है तुम 10 लाख रुपए दोगे तभी तुम्हारा प्रमोशन होगा. राजेश नायर ने बहुत कमाया है कहकर मुंह में घुंसा भी मारा। उसके आवेदन पर पुलिस ने राजेश नायर के खिलाफ धारा 294, 323, 341, 384 और 506 के तहत मामला दर्ज किया है।
वहीं राजेश नायर का इस मामले में कहना है कि सिराजुद्दीन ने उसके घर पहुंचकर गाली-गलौज और फोटो खींचने का कार्य किया। जिसे लेकर दोनों के बीच मारपीट हुई. वही मोहल्लेवासियों ने बीच-बचाव किया। मामले की शिकायत करने वह भी सिविल लाइन थाने गया था लेकिन पुलिस ने राजनीतिक दबाव में उनकी शिकायत दर्ज नहीं की। उसका कहना है कि राजनितिक और मंत्री विधायक के दवाब में उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। ज्ञात रहे कि विगत तीन सालो से छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड में हुए घोटालों की खबरे लगातार मीडिया में प्रकाशित हो रही हैं, जिसके चलते हाउसिंग बोर्ड के भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी एक दूसरे के खिलाफ ही मोर्चा खोले हुए हैं और लड़ाई झगड़े की भी नौबत आ गई है। जिसका परिणाम संपदा अधिकारी और यूनियन नेता -जनसंपर्क अधिकारी के बीच इस घटना के रूप में देखने को मिला। सीएसपी सिविल लाइन ने बताया कि मामले की जांच के लिए टीआई को निर्देश दिए गए है।