छत्तीसगढ़

जरा अपना ध्यान रखना दोस्तों, सुना है इश्क इसी मौसम में शिकार करता है

Nilmani Pal
30 Dec 2022 5:26 AM GMT
जरा अपना ध्यान रखना दोस्तों, सुना है इश्क इसी मौसम में शिकार करता है
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ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव

एकात्म परिसर में बैठते हैं विधिक सलाहकार

आरक्षण के मसले पर सीएम भूपेश बघेल और पूर्व सीएम रमन सिंह के बीच जमकर तकरार जारी है। वहीं देश भर में आरक्षण को लेकर सरकार उलझे हुए है। उत्तरप्रदेश में सपा, बिहार में भाजपा और छत्तीसगढ़ में भी भूपेश के खिलाफ घमासान मचा हुआ है। भूपेश बघेल ने भाजपा के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि डा. रमनसिंह कहते फिर रहे हैं कि आरक्षण विधेयक मुख्यमंत्री की इच्छा से हुआ। अरे भाई यह विधानसभा से पारित हुआ है, सीएम भूपेश का निजी बिल नहीं है। विधानसभा में विधेयक को सर्वसम्मति से पास करने में भाजपा के लोग भी थे, भाषण भी दिए। मगर अब तक किसी भाजपा नेता ने राज्यपाल से ये नहीं कहा कि हस्ताक्षर कर दीजिए महामहिम । भूपेश ने कहा कि राजभवन के विधिक सलाहकार एकात्म परिसर में बैठते हैं, इसलिए राज्यपाल भाजपा नेताओं के चलते हस्ताक्षर नहीं कर रही हैं। रमनसिंह को विधानसभा में विधेयक लाया गया तब विरोध दर्ज कराना था, वहां वो खुद कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में मौजूद थे। जनता में खुसुर-फुसुर यह सत्ताधारियों और सत्ता बहारियों की लड़ाई है, जो जनता को यह बताने की कोशिश कर रहे है कि हमसे बड़ा कोई नहीं है। चुनावी साल में दोनों पार्टी घमासान मचाकर जनता का ध्यान भटकाकर मात्र वोट हथियाने के लिए रोज नए -नए हथकंडे अपना रहे है। सभी पार्टी जनता के ध्यान रखने के लिए जी जान लगा दिए है ताकि जनता हमारा ध्यान रखे। चुनाव के मौसम को देखते हुए इसी बात पर किसी शायर की एक शेर याद आई कि जरा अपना ध्यान रखना दोस्तों, सुना है इश्क इसी मौसम में शिकार करता है।

चुनाव में पब्लिक बताएगी कि कौन होगा किलरों का महाकिलर

प्रदेश में इस समय किलरों की बारिश हो रही है, राजनीतिक दलों के साथ जनता भी जमकर बारिश में सराबोर हो रही है। पूरा प्रदेश आरक्षण की आग में जल रहा है। आरक्षण संशोधन विधेयक पर राजभवन और भाजपा के खिलाफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की लगातार आ रही तल्ख टिप्पणी के बीच अब भाजपा ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजपा ने चार साल तक इस मसले पर कांग्रेस सरकार ने क्या किया, इस पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की। साथ ही राजभवन को दिए गए जवाब और क्वांटिफायबल डाटा आयोग की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की भी मांग की। साथ ही राज्य सरकार को युवाओं की कैरियर किलर सरकार करार दिया। पलटवार करते हुए कांग्रेस ने भी भाजपा को आरक्षण किलर पार्टी और मोदी को कैरियर किलर प्रधानमंत्री बताया।भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार दिवालिया हो चुकी है और यह युवाओं की कैरियर किलर सरकार है। इस सरकार के पास युवाओं को नौकरी देने के पैसे नहीं हैं इसलिए आरक्षण का पेंच फंसा दिया है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे को किलर तो बना दिया ये तो जुबानी जमा खर्च है। चुनाव में तो पब्लिक बताएगी कि कौन होगा किलरों का महाकिलर।

वेरियेबल कॉस्ट एडजेस्टमेंट फिर बिगाड़ेगा मैनेजमेंट

बिजली कंपनी अभी तक उपभोक्ताओं से 0.61 रुपए प्रति यूनिट की दर से वीसीए चार्ज ले रही है। दिसंबर और जनवरी के लिए यह बढ़कर 1.10 रुपए प्रति यूनिट हो जाएगी। यानी उपभोक्ताओं के बिजली बिल में 0.49 रुपए प्रति यूनिट का अतिरिक्त भार पड़ेगा। इससे पहले बिजली कंपनी ने सितंबर 2022 में भी वीसीए चार्ज 0.23 रुपए प्रति यूनिट की वृद्धि की थी। पिछले चार महीने में बिजली 0.72 रुपए प्रति यूनिट महंगी हो गई है। बिजली कंपनी के अफसरों का कहना है कि अगस्त व सितम्बर 2022 के दौरान छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने जो बिजली खरीदी है, उसकी लागत नियामक आयोग से अनुमोदित दर की तुलना में 549 करोड़ रुपए ज्यादा है। इस वृद्धि के कारण दिसम्बर-2022 व जनवरी 2023 के दौरान लागू वेरियेबल कॉस्ट एडजेस्टमेंट (वीसीए चार्ज) में 49 पैसे की वृद्धि हो रही है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि ये बिजली वाले भी जितना रोशनी देते है उससे कई गुना ज्यादा खून उपभोक्ताओं का पी लेते है।

कोरोना प्रोटोकाल पर भारी नए साल की सवारी

31 दिसंबर की रात नए साल के जश्न के दौरान शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। 600 से ज्यादा जवानों की ड्यूटी लगाई जाएगी। रात 2 बजे ट्रैफिक पुलिस की टीम ब्रीद एनालाइजर से ग़ाड़ी में आना-जाना करने वालों की जांच करेंगे। जो भी नशे में गाड़ी चलाते मिलेंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। मौके पर उनकी गाड़ी भी जब्त की जाएगी। बाद में उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। तीन सवारी, बिना नंबर की गाडिय़ों पर सख्ती रहेगी। आईटीएमएस के कैमरों से भी प्रमुख चौक-चौराहों पर नजर रखी जाएगी। धार्मिक-पर्यटन स्थल व गार्डनों पर कड़ी सुरक्षा रहेगी। वहां फोर्स भी लगाया जाएगा। इस दौरान जो भी हुड़दंग करते मिले तो सीधे जेल भेजा जाएगा। जनता में खुसुर-फुसुर है कि ट्रैफिक पुलिस की टीम ब्रीद एनालाइजर से वाहन चालकों की जांच करेगी। लोग कोरोना खत्म होने के बाद से कोरोनाकाल के प्रोटेक्शन का फालों करते आ रहे हंै रोज पीकर मास्क लगाकर घूमते हैं ताकि पुलिस को मास्क नहीं हटाना पड़े।

कोशिक जी नहीं छुपा रहे अपना दर्द

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने आरोप लगाया है कि भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ को कई साल पीछे कर दिया है। कौशिक ने कहा कि पिछले 20 सालों से अलग-अलग क्षेत्रों में राज्यों की परफॉर्मेंस के फेक्चुअल आंकड़े लेकर जो सर्वे आया है जिसमें 50 लाख से ज्यादा आबादी के राज्यों को बड़े राज्य एवं 50 लाख से कम की आबादी के राज्यों को छोटे राज्यों की कैटेगरी में रखा गया है । सर्वे में कुल 12 क्षेत्रों में 125 से ज्यादा बिंदुओं पर फेक्चुअल आंकड़ों के माध्यम से रिपोर्ट तैयार की गई है इस सर्वे में किसी भी प्रकार का ऐसा आंकड़ा नहीं लिया गया है जो सत्य नहीं है या किसी विचार पर या मान्यता पर आधारित है इस वर्ष के सर्वे के नतीजों में कुल 20 बड़े राज्यों में छत्तीसगढ़ 16वें स्थान पर है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि भाजपा संगठन में कौशिक जी अपनी रैंकिंग बता रहे है या छत्तीसगढ़ की।

चेतावनी देते न ही पुलिस थकी, न जश्न मनाने वाले

राजधानी में नए साल के जश्न के पहले पुलिस की सख्ती शुरू हो गई। आधी रात तक पुलिस ने चौक-चौराहों पर बेरीकेड लगाकर वाहन चालकों की जांच कर रही है, दोनों अपने कर्तव्य पर अथक प्रयास में जुटे हुए है। पुलिस ने अपना फोकस नशे में गाड़ी चलाने वालों पर कर रखा है। चेक भी किया जा रहा है कि कोई पार्टी मनाकर नशे में गाड़ी चलाते तो नहीं घूम रहा है। इसके अलावा तीन सवारी और बिना सीट बेल्ट वाले कार चालकों पर भी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अफसरों ने बताया कि अब रोज रात 2 बजे तक शहर के 20 से ज्यादा चौक पर बेरीकेड्स लगाकर जांच की जाएगी। जांच के लिए हर थानों को ब्रीद एनालाइजर दिया गया है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि राज्यसभा सांसद ने अपने बयान में कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा सत्ता में आई तो शराबबंदी नहीं करेगी। जनता अब नेताओं के बातों पर इत्तफाक नहीं रख रही है, शराबबंदी कोई भी सरकार नहीं करा सकती, आप तो शराब की कीमत कम करवा दो, शराब कोचिए शराब चौगुनी कीमत पर बेच रहे जिससे सरकार का राजस्व घाटा बढ़ रहा है।

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