मनेंद्रगढ़। छत्तीसगढ़ के पत्रकार मनीष रैकवार अभी पैरालिसिस से पीड़ित हैं. वे अभी चल फिर नहीं सकते हैं. उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियों के अलावा कोई नहीं है। ऐसे में उनकी मां का निधन बेहद ही दुखद है. इस दौरान मानवता और भाईचारे का संदेश देने वाली एक तस्वीर सामने आई है. इस तस्वीर में हिंदु-मुस्लिम के मानवीय संबंध की झलक साफ दिखाई दे रही है.
दरअसल मनीष रैकवार के मां के निधन का समाचार सुनकर सभी पत्रकार साथियों के साथ पत्रकार शराफत अली ने अंतिम संस्कार की पूरी व्यवस्था करवाई। बता दें कि हिन्दू धर्म के अंतिम संस्कार में शराफत भाई मुस्लिम धर्म से होने के बावजूद अंतिम संस्कार में लगने वाली सामग्री को खुद पकड़े रहे। तस्वीर में एक तरफ रामचरित द्विवेदी पंडित जी अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी करवाते हुए नजर आए तो वहीं दूसरी तरफ शराफत अली पूजा की सामग्री पकड़े हुए नजर आए।