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Bijapur. बीजापुर। पंचतत्व में पत्रकार मुकेश चंद्राकर विलीन हुए है। भ्रष्टाचार को उजागर करने पर बस्तर के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की ठेकेदार ने निर्मम हत्या कर दी थी। लापता बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की लाश तीन दिन बाद एक ठेकेदार के बाड़ा में बने सेप्टिक टैंक से मिली है. माना जा रहा है कि मुकेश की हत्या सड़क घोटाले को उजागर करने की वजह से ठेकेदार ने की है।
पंचतत्व में विलीन हुए पत्रकार मुकेश चंद्राकर
— Inkquest News (@Inkquestnews) January 4, 2025
भ्रष्टाचार को उजागर करने पर बस्तर के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की ठेकेदार ने कर दी थी निर्मम हत्या, सेप्टिक टैंक में मिला था शव pic.twitter.com/RCEdS0Lxc4
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार की हत्या कर दी गई। रिपोर्टर मुकेश चंद्राकर की लाश रिश्तेदार के बैडमिंटन कोर्ट कैंपस में बने सेप्टिक टैंक में मिली है। लाश क छिपाने के बाद टैंक को 4 इंच कंक्रीट से ढलाई कर पैक कर दिया गया था। शनिवार को मुकेश चंद्राकर का अंतिम संस्कार किया गया। जांच में पता चला कि, मुकेश चंद्राकर का पहले गला घोंटा गया। बाद में सिर पर कुल्हाड़ी मारी। इस हमले से मुकेश के सिर पर ढाई इंच गड्ढा हो गया। पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। रिश्तेदार सुरेश चंद्राकर के ठिकाने पर बुलडोजर भी चलाया गया है। बीजापुर में हुई इस हत्या के बाद पत्रकारों में आक्रोश है। उन्होंने बीजापुर नेशनल हाइवे-63 पर 4 घंटे तक चक्काजाम किया। वहीं, रायपुर में भी धरना प्रदर्शन किया गया। पत्रकारों ने आरोपियों को फांसी देने की मांग की है।
दरअसल, 1 जनवरी 2025 को शाम 7 बजे से मुकेश चंद्राकर घर से लापता हुए थे। अगले दिन 2 जनवरी को उनके भाई युकेश चंद्राकर ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। शिकायत के बाद पुलिस लगातार मुकेश के फोन को ट्रेस कर रही थी। फोन बंद होने की वजह से अंतिम लोकेशन घर के आस-पास का ही दिखा रहा था। CCTV फुटेज भी खंगाले गए, जिसमें अंतिम बार मुकेश टी-शर्ट और शॉर्ट्स में दिखे। वहीं पत्रकारों ने भी अलग-अलग जगह पता किया। Gmail लोकेशन के माध्यम से लोकेशन ट्रेस किया गया, जिसमें मुकेश का अंतिम लोकेशन बीजापुर जिला मुख्यालय के चट्टानपारा में होना पाया गया।
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