छत्तीसगढ़

भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम के घर पहुंची झारखंड पुलिस

Shantanu Roy
28 Nov 2022 8:45 AM GMT
भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम के घर पहुंची झारखंड पुलिस
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छग
कांकेर। भानुप्रतापपुर उपचुनाव में नया मोड़ आया है। झारखंड के टेल्को थाने की पुलिस भाजपा उम्मीदवार ब्रह्मानंद नेताम की गिरफ्तारी के लिए सीधे कांकेर थाने में आमद देने के बाद चारामा स्थित उनके निवास पहुंची। नेताम घर पर नहीं थे। इसके अलावा प्रकरण के दो अन्य आरोपी निलंबित सिपाही केशव सिन्हा, और दीपांकर के घर भी पुलिस ने दबिश दी। नेताम समेत तीनों पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। कांकेर के पुलिस सूत्रों ने बताया कि डीएसपी के नेतृत्व में 8 अफसरों की टीम वहां पहुंची है। कांकेर थाने में आमद देकर सभी लोग कांकेर टीआई शरद दुबे के साथ इनोवा कार में निकल गए। नेताम चारामा में रहते हैं। वहां झारखंड पुलिस पहुंची, लेकिन वो नहीं मिले। इसके बाद निलंबित सिपाही केशव सिन्हा के घर भी पहुंचे, लेकिन सिन्हा घर से गायब थे। बाद में पुलिस टीम एक अन्य आरोपी दीपांकर के घर भी पहुंची, लेकिन वो भी फरार हो गए। कहा जा रहा है कि चुनाव प्रचार के लिए घूम रहे हैं कांकेर पुलिस लोकेशन ट्रेस कर वहां जाकर गिरफ्तार कर सकती है।
समझा जा रहा है गिरफ्तारी को लेकर आज बड़ी पॉलिटिकल गहमागहमी रहेगी। इस संबंध में चुनाव संचालक बृजमोहन अग्रवाल ने 'छत्तीसगढ़' से कहा कि पुलिस टीम आने की सूचना मीडिया से मिली है हमें कोई समन या फोन कॉल नहीं आया है। उन्होंने कहा कि हम हजारों आदिवासी युवाओं के साथ शान से गिरफ्तारी देंगे। क्योंकि यह कांग्रेस के षडय़ंत्र के तहत दर्ज मामला है। कांग्रेस और भूपेश सरकार एक आदिवासी नवजवान के चरित्र हनन और बदनाम करने जूटी हुई है। चार साल तक कोई जानकारी नहीं थी केस की।
इसमें कांग्रेस ने नाम जुड़वाकर षडय़ंत्र किया है।अग्रवाल ने कहा कि भाजपा न डरने वाली न घबराने वाली। हम भूपेश बघेल मोहन मरकाम के षडय़ंत्र का पर्दाफाश करेंगे। भानुप्रतापपुर की जनता नेताम को जिताकर इस षडय़ंत्र को उजागर करेगी। दूसरी ओर दुष्कर्म के मामले में पीडि़ता का नाम उजागर करने पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग संज्ञान लेते हुए पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के खिलाफ कार्रवाई के लिए कांकेर एसपी को नोटिस भेजा है।आयोग ने भाजपा के चारामा मंडल द्वारा भेजी गई शिकायत का उल्लेख करते हुए पीडि़ता की पहचान की गोपनीयता सुनिश्चित करते हुए प्रकरण में वैधानिक कार्रवाई कर तीन दिन के भीतर रिपोर्ट आयोग को भेजने कहा है। इसी मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने एक आरक्षक को निलंबित कर दिया है।
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