जशपुर कलेक्टर ने अनुपयोगी एवं ओपन बोरवेल को तत्काल ढकवाने के दिए सख्त निर्देश
जशपुर। दुर्गम क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सुविधाओं का अच्छा लाभ ग्रामीणों को मिल रहा है। यह कहना है राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर स्थित डीडीयू आडिटोरियम में लगाई गई विकास परक राज्य स्तरीय छायाचित्र प्रदर्शनी देखने के लिए आए जशपुर जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों के सरपंचों का। जनसम्पर्क विभाग द्वारा लगाई गई इस प्रदर्शनी को देखने के लिए अलग-अलग जिलों के जनप्रतिनिधि और ग्रामीण बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। इस प्रदर्शनी के माध्यम से छत्तीसगढ़ सरकार की जनहितैषी योजनाओं एवं कार्यक्रमों से लोगों के जीवन में आए बदलाव और विकास कार्यों की उपलब्धियों को दिखाया गया है। आज जशपुर जिले के सरपंचों ने प्रदर्शनी को देखा और सराहा।
प्रदर्शनी का अवलोकन करने के बाद जशपुर जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार सभी वर्गाे के आर्थिक उत्थान के लिए योजनाओं का संचालन कर रही है। ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। महिला सशक्तिकरण के सपनों को सफल करने सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के माध्यम से डॉक्टर अब गांव-गांव पहुंच कर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रहा हैं। कुनकुरी विकासखंड की ग्राम पंचायतों रेंगारघाट, केराडीह, चटकपुर, सेंद्रीमुंडा, बेमतातोली, खुटगांव आदि के सरपंचों ने कहा कि मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के माध्यम से दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल रहा है।
इसी तरह दुलदुला विकासखंड के ग्राम कस्तूरा, विपंतपुर, वासुदेवपुर, केंदापनी, लोरो, जामपानी, कोरना आदि के सरपंचों ने सुराजी गांव योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना की सराहना की। सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से भूमिहीन मजदूर, महिला और युवा लाभान्वित हो रहे हैं। गौठान के माध्यम से महिलाओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। महिलाएं अब आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में बढ़ रही है। महिलाओं की जीवन में खुशहाली आयी है। इसके अलावा सुराजी गांव योजना और गोधन न्याय योजना से लोगों को रोजगार मिल रहा है। छायाचित्र प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों तक शासकीय योजनाओं को पहुंचाया जा रहा है। ग्रामीणों को इन योजनाओं से संबंधित सभी जानकारी विकास प्रदर्शनी के स्टाल में वितरित की जा रही जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तकों एवं पंपलेट के माध्यम से भी मिल रही है।