छत्तीसगढ़

जेल में बंद कारोबारी अनिल दम्मानी को मिली जमानत

Shantanu Roy
15 Feb 2024 2:55 PM GMT
जेल में बंद कारोबारी अनिल दम्मानी को मिली जमानत
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छग
रायपुर। पिछली बघेल सरकार में आबकारी विभाग के विशेष सचिव और स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन के एमडी रहे अरुणपति त्रिपाठी और महादेव सट्टा केस से जुड़े हवाला कारोबारी अनिल दम्मानी को जमानत मिल गई है।बचाव पक्ष के वकील सीनियर एडवोकेट अमीन खान ने पुष्टि करते हुए बताया कि शराब घोटाले मामले में अरुणपति त्रिपाठी मई - 23 से जेल में थे। एपी त्रिपाठी के जमानत पर सुनवाई बुधवार को हुई और गुरुवार को इसका आदेश हुआ है। वहीं, महादेव मामले में जेल में बंद कारोबारी अनिल दम्मानी को भी मेडिकल ग्राउंड के आधार पर अंतरिम जमानत मिल गई है। हाईकोर्ट से दोनों को जमानत मिली है। अनिल दम्मानी की बुधवार को जारी जमानत फैसले के आधार पर गुरुवार को रिहा हुआ। 12 अप्रैल की शाम 4 बजे से पहले अनिल दम्मानी को स्पेशल कोर्ट में सरेंडर करना होगा। 8 हफ्तों के लिए उन्हें अंतरिम राहत मिली है।
शराब घोटाला केस में एपी त्रिपाठी को 12 मई को गिरफ्तार किया गया था। वहीं महादेव सट्टा ऐप के मामले की जांच कर रही ईडी की टीम ने पिछले वर्ष 23 अगस्त को रायपुर और दुर्ग में छापेमारी कर कारोबारी अनिल और उनके भाई सुनील दम्मानी को गिरफ्तार किया गया था। एपी त्रिपाठी को रेगुलर जमानत मिली है तो वहीं अनिल दम्मानी को मेडिकल ग्राउंड पर अंतरिम जमानत मिली है। जानकारी के अनुसार ईडी ने छत्तीसगढ़ में दो हजार करोड़ रुपये की कथित शराब गड़बड़ी में एपी त्रिपाठी को पिछले साल मई में गिरफ्तार किया था। शराब गड़बड़ी में गिरफ्तार होने वालों में एपी त्रिपाठी चौथे थे। इनसे पहले कारोबारी अनवर ढेबर, त्रिलोक ढिल्लन और नितेश पुरोहित गिरफ्तार हुए थे। तीनों को जमानत मिल गई थी। मई में गिरफ्तार कारोबारी अनवर ढेबर को मेडिकल ग्राउंड के आधार पर जुलाई में अंतरिम जमानत मिली थी। इसी आधार पर करिश्मा ढेबर को अंतरिम अग्रिम जमानत मिली थी। बाद में त्रिलोक ढिल्लन और नितेश पुरोहित को अगस्त में अंतरिम जमानत मिल गई थी। इसके बाद तीनों की अंतरिम जमानत लगातार बढ़ाई जाती रही।
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