रायपुर। कोरोना महामारी के दौरान सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एक वर्ष पहले प्रदेश की जेलों से पैरोल पर छोड़े गए बंदियों में से 22 अब तक वापस नहीं लौटे हैं। इनमें हत्या, दुष्कर्म, लूट सहित कई संगीन मामलों के आरोपित और दोषी शामिल हैं। कई को आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। कैदियों को छोड़ने के दौरान शर्त थी कि महामारी नियंत्रित होते ही वापस जेलों में लौटेंगे और सजा पूरी करेंगे। बीमारी का प्रकोप कम हुआ तो अधिकतर कैदी शर्त के अनुसार वापस जेल लौट गए। नहीं लौटने वालों को गिरफ्तार करने के लिए जेल प्रबंधन ने संबंधित थानों को पत्र लिखा है।
वापस नहीं लौटने वालों में रायपुर जिले के खरोरा थाने के दो बंदी शामिल हैं। उन पर हत्या और दुष्कर्म का मामला चल रहा। एक वर्ष से दोनों फरार हैं। इन कैदियों की गिरफ्तारी के लिए जेल प्रशासन ने खरोरा पुलिस को पत्र लिखा है। पुलिस ने कई बार उनके ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन आरोपित हाथ नहीं लगे।