छत्तीसगढ़

मुगालते दूर होते रहें सबके बहुत जरूरी है यह भी, देश में सशक्त प्रजातंत्र है मानेंगे यह भी

Nilmani Pal
6 Oct 2023 5:51 AM GMT
मुगालते दूर होते रहें सबके बहुत जरूरी है यह भी, देश में सशक्त प्रजातंत्र है मानेंगे यह भी
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ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव

आप प्रदेश प्रभारी संजीव झा पांच दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। उन्होंने प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों को लेकर कांग्रेस-बीजेपी पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार चोर दरवाजे से जनता के बीच भ्रम फैला रही है। छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान के विस चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन मामले में संजीव झा ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में पार्टी कांग्रेस को सपोर्ट नहीं करेगी। हम छत्तीसगढ़ के साथ-साथ मध्यप्रदेश और राजस्थान में मजबूती से अकेले चुनाव लड़ रहे हैं। जनता में खुसुर-फुसुर है कि ये छत्तीसगढ़ है जहां 36 गुण मिलना बहुत ही मुश्किल है। इसलिए मुगालते में तो भाजपा ने सत्ता ही गंवा दी थी। आप भी जमीन पर चलें? इसी बात पर शायर ने ठीक ही कहा है कि मुगालते दूर होते रहें सबके बहुत जरूरी है यह भी,देश में सशक्त प्रजातंत्र है मानेंगे यह भी।

फाइनल सूची जारी करेंगे तो क्या होगा

भाजपा की दूसरी सूची फिलहाल रूकने के साथ प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में विरोध तेज होने लगा है? इस सिलसिले में कार्यकर्ता और नेता संभावित प्रत्याशी के विरोध में भाजपा कार्यालय पहुचंकर विरोध जताया। जनता में खुसुर-फुसुर है कि ये तो होना ही था, केडरबेस पार्टी केडर से ही भटक गई तो कार्यकर्ता तो भटकेंगे ही। भाजपा को डर है कि फाइनल सूची जारी करेंगे तो क्या होगा?

नाचा पार्टी खोल लेना चाहिए

डीजे के कानफोडू शोर को लेकर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लिया है। जनहित याचिका को स्वीकार करने के बाद हाई कोर्ट ने मुख्य सचिव से शपथ पत्र मांगा है. जिसके बाद मुख्य सचिव ने विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिवों से लेकर प्रदेश के सभी कलेक्टर एसपी बैठक लेकर सख्ती बरतने के निर्देश दिए है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि अभी तो चुनाव आ रहे है बिना डीजे के कैसे होगा चुनाव प्रचार। कानफोडू डीजे वालों को अब नाचा पार्टी खोल लेना चाहिए ।

जनसेवा करके पेट कम कर सके

विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर तबादला हुआ है। छत्तीसगढ़ डीजीपी अशोक जुनेजा ने ये ट्रांसफर लिस्ट जारी किया है। जारी ट्रांसफर लिस्ट में 114 पुलिसकर्मियों के नाम शामिल है। जिसमें नक्सली क्षेत्र में तैनात इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर का ट्रांसफर हुआ है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि शहरी क्षेत्र में काम करने वाले जुगाडू अधिकारियों को भी नक्सली क्षेत्र में काम करने का मौका देना चाहिए, ताकि नेताओं की जी हजुरी के बजाय मूल कर्तव्य जनसेवा करके पेट तो कम कर सकें।

ग्रामीण हो रहे हैं लूट के शिकार

श्रमिक आवास योजना के तहत पात्र मजदूरों को 1 लाख की जगह 40 हजार दी जा रही है। इस योजना में अब बड़ा खेल खेला जा रहा है। रायपुर जिले के आरंग क्षेत्र का पूरा मामला है। एक हितग्राही ने बताया कि चॉइस सेंटर संचालक 5 हजार कमिशन और राशि पास करने वाले को 55 हजार कमीशन ले रहे हैं। इस खेल से श्रम मंत्री और विभाग अनजान हैं। जनता में खुसुर-फुसुर है कि ग्रामीण लूट के शिकार हो रहे हैं और सरकार श्रमिक आवास योजना के बड़े- बड़े बैनर लगाकर योजना का प्रचार कर रही है।

निजी कालेजों को लूट की छूट

उप मुख्यमंत्री तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने राज्य के छह शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों और इनसे संबद्ध अस्पतालों के स्वशासी समिति के सामान्य परिषद की बैठक लेकर पारदर्शिता से काम करने के निर्देश दिए है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि निजी कांलेजों पर भी तो दृष्टि डालिए मंत्री जी वहां तो एडमिशन के नाम पर लूट मची है। राजधानी के तीन निजी कालेजों में 50, 60 और 80 लाखफीस ले रहे हंै।

लगता है सभी तर हो गए है

मुख्यमंत्री ने पीएससी अभ्यर्थियों के हित में बड़ा फ़ैसला लेते हुए राज्य शासन ने पीएससी को प्रस्ताव भेजा है कि दस्तावेज़ विनिष्टीकरण की अवधि को दो साल किया जाये। राज्य बनने के पूर्व से चली आ रही व्यवस्था में बदलाव का प्रस्ताव भेजा गया है। राज्य में पीएससी परीक्षा को लेकर कथित तौर पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। ये मामला हाईकोर्ट में भी चल रहा है। इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दो टूक कहा था कि इस मामले में अगर कोई शिकायत मिली, तो जांच भी करायी जायेगी और शिकायत सही मिलने पर कार्रवाई भी की जायेगी। हालांकि मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस मामले में अभी तक कोई शिकायत उन्हें मिली नहीं है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि भाजपा वाले तो आरोप लगा रहे है फिर शिकायत क्यों नहीं कर रहे है। लगता है सभी तर हो गए है।

भात पोलीटिक्स शुरू

मुख्यमंत्री डभरा में आदिवासी समाज प्रमुखों के आतिथ्य में भोजन के लिए पहुंचे। मुख्यमंत्री ने समाज के सदस्यों द्वारा सादगी के साथ परोसे गए स्वादिष्ट छत्तीसगढ़ी भोजन का स्वाद लिया। आत्मीयता के साथ मुख्यमंत्री को भोजन में चावल-दाल, रोटी के साथ मुनगा, लाल भाजी, करमत्ता भाजी, सुनसुनया भाजी, भोतवा भाजी, जिमीकाँदा और बड़ी-बिजौरी परोसा गया। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर समाज प्रमुख खुशी से गदगद दिखे। जनता में खुसुर-फुसुर है कि यह तो शुरूआत है आगे-आगे देखिए होता है क्या?

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