रायपुर। सिंचाई विभाग के उदासीनता के चलते टेकारी सिंचाई पंचायत के अधीन आने वाले 9 ग्रामों के लगभग 4000 एकड़ खेतों को सिंचाई पानी पहुंचाने वाले नहर - नालियों के मरम्मत व साफ - सफाई न होने से आसन्न खरीफ फसल की सिंचाई मुश्किल है । ग्रामीणों से रूबरू हो चर्चा करने व नहर - नालियों के हालत की जायजा लेने अभी तक किसी विभागीय अधिकारी के इन ग्रामों में नहीं पहुंचने से किसानों में आक्रोश है । सिंचाई पंचायत क्षेत्र के ग्रामों के किसानों से मिलने निकले संस्था के पूर्व अध्यक्ष भूपेन्द्र शर्मा को यह जानकारी देते हुये किसानो ने इन नहर नालियों का अवलोकन भी कराया। शर्मा ने विभागीय अधिकारियों को ज्ञापन प्रेषित कर आसन्न खरीफ फसल सिंचाई के पूर्व नहर नालियों के मरम्मत व साफ सफाई सुनिश्चित कराने का आग्रह किया है अन्यथा संभावित किसान आक्रोश के प्रति आगाह किया है ।
महानदी जलाशय परियोजना के जल प्रबंध संभाग क्रमांक 1 के उपसंभाग क्रमांक 4 के अधीन आता है टेकारी सिंचाई पंचायत । इसके वितरक शाखा नंबर 24 से 5 ग्राम टेकारी , कुंडा , कठिया , अमेरी व सकरी सहित सोनभट्ठा ग्राम के कुछ खेतों को मिला लगभग 2700 एकड़ खेतों को , सोनभट्ठा माइनर से खौली , सोनभट्ठा व बुडेनी के लगभग 800 एकड़ को व कठिया आऊटलेट से कठिया के करीबन 400 एकड़ खेतों को गंगरेल से सिंचाई पानी मिलता है । किसानों से मुलाकात व जमीनी हालत का जायजा लेने के बाद श्री शर्मा ने जल प्रबंध संभाग क्रमांक 1 के कार्यपालन अभियंता ललित रावते व उपसंभाग क्रमांक 4 के अनुविभागीय अधिकारी प्रदीप पाल को व्हाट्स ऐप के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित कर नहर नालियों का प्राथमिकता के आधार पर आवश्यक मरम्मत व साफ - सफाई सुनिश्चित कराने का आग्रह किया है और इसके अभाव में सिंचाई पानी पहुंचना मुश्किल ठहराते हुये संभावित किसान आक्रोश का जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों के होने के प्रति आगाह किया है । ज्ञापन की प्रति मुख्य अभियंता कुबेर सिंह गुरुवर व अधीक्षण अभियंता एस के सहारे को भी सुनिश्चित व्यवस्था कराने के आग्रह के साथ व्हाट्स ऐप के माध्यम से भेजा गया है।